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5 Jan 2022 · 1 min read

मेरे दिल को आजकल

यह क्या हो गया
मेरे दिल को आजकल कि
सारी कायनात इसी में पलने लगी
सारी दुनिया इसी में चलने लगी
इससे बाहर झांकू तो
लगता अब कुछ और नहीं अच्छा
मैं तो अपनी ही गिरह में सिमटकर
अपनी ही बाहों में फंसकर
अपनी ही पनाहों में कैद हो
गई।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
Tag: कविता
117 Views
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