मेरी राहे तेरी राहों से जुड़ी

मेरी राहे तेरी राहों से जुड़ी
तेरे संग संग मेरी चाहत चली…!!
साथ हो तेरा.. तो…
राहे भी कदम को चूमें… ओर
हो हसरत चाहतो की पुरी..!!
मेरी मंजिल तुम पे है रुकी
तभी तो… दिल की तमन्ना में हैं
कई कलीयां खिली..!!
है बस यहाँ ही करना है बसेरा
क्योंकि…. चाहतो की चाहत…
करे यहाँ बसेरा…!!!!