Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2016 · 1 min read

मेरी प्यारी बहन

फूलों सी मुस्कान है,विमल हिया है
तू श्वेत शीतल तू चंचल रिया है
परी जैसी मेरी प्यारी बहन है
ना बंदीश उसका मन खुला गगन है

फूलों की वर्षा खुशियों का मेला है
आज जन्म दिन की मधुरम बेला है
मधुकंठ, माधुर्य वाणी की हो कामना
मधुमास हो खुशियों से हो नित सामना

ईश की मेहरी रहे जीवन में सदा
रहे न रहे हम जीवन हो भुविका सदा
दिव्य अलौकिक यहाँ रिश्तों का संगम है
बहन तेरे साथ अमिट प्यारा बंधन है

पूरबी की जैसी रुत सुहानी तुम हो
चुलबुल की जैसी चपल सयानी तुम हो
तू चंद्रभा,तू चित्रा,तुम हो चारूधरा
चाँदनी की निशा जैसी तुम चारूलता

दुष्यंत की यादे ढूँढे गुलरंग सी गली
मेरी बहन बबली है थोडी मनचली
कैसी कशिश है न,ये है कल्पना मेरी
क्या लिखूं, जो लिखूं ये है चाहत मेरी

रचनाकार :- दुष्यंत कुमार पटेल”चित्रांश”

Language: Hindi
8550 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल–मेरा घराना ढूंढता है
ग़ज़ल–मेरा घराना ढूंढता है
पुष्पेन्द्र पांचाल
सफलता
सफलता
Paras Nath Jha
*
*"बीजणा" v/s "बाजणा"* आभूषण
लोककवि पंडित राजेराम संगीताचार्य
यह मेरी मजबूरी नहीं है
यह मेरी मजबूरी नहीं है
VINOD CHAUHAN
..
..
*प्रणय प्रभात*
"जो खुद कमजोर होते हैं"
Ajit Kumar "Karn"
धरा और हरियाली
धरा और हरियाली
Buddha Prakash
You may not get everything that you like in your life. That
You may not get everything that you like in your life. That
पूर्वार्थ
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सीधी मुतधार में सुधार
सीधी मुतधार में सुधार
मानक लाल मनु
युग परिवर्तन
युग परिवर्तन
आनन्द मिश्र
आज देव दीपावली...
आज देव दीपावली...
डॉ.सीमा अग्रवाल
चेहरे की पहचान ही व्यक्ति के लिये मायने रखती है
चेहरे की पहचान ही व्यक्ति के लिये मायने रखती है
शेखर सिंह
सन्तानों  ने  दर्द   के , लगा   दिए    पैबंद ।
सन्तानों ने दर्द के , लगा दिए पैबंद ।
sushil sarna
सात समंदर से ज़्यादा स्याही जो ख़ुद में समाए हो,
सात समंदर से ज़्यादा स्याही जो ख़ुद में समाए हो,
ओसमणी साहू 'ओश'
मुझे भी लगा था कभी, मर्ज ऐ इश्क़,
मुझे भी लगा था कभी, मर्ज ऐ इश्क़,
डी. के. निवातिया
मत छेड़ हमें देशभक्ति में हम डूबे है।
मत छेड़ हमें देशभक्ति में हम डूबे है।
Rj Anand Prajapati
मुझे तारे पसंद हैं
मुझे तारे पसंद हैं
ruby kumari
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
3734.💐 *पूर्णिका* 💐
3734.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
फासलों से
फासलों से
Dr fauzia Naseem shad
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
Neelam Sharma
काश कही ऐसा होता
काश कही ऐसा होता
Swami Ganganiya
सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग
सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग
Suryakant Dwivedi
**OPS माँग भरा मुक्तक**
**OPS माँग भरा मुक्तक**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इन्सान अपनी बात रखने में खुद को सही साबित करने में उन बातो क
इन्सान अपनी बात रखने में खुद को सही साबित करने में उन बातो क
Ashwini sharma
भारत माता की संतान
भारत माता की संतान
Ravi Yadav
वादा
वादा
Bodhisatva kastooriya
"आखिरी निशानी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...