Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2024 · 1 min read

मेरी तकलीफ़

साथ हमदर्दियां हों कितनी भी ,
मेरी तकलीफ़ बस मेरी होगी ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
6 Likes · 80 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
नयी कोई बात कहनी है नया कोई रंग भरना है !
नयी कोई बात कहनी है नया कोई रंग भरना है !
DrLakshman Jha Parimal
3801.💐 *पूर्णिका* 💐
3801.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पिछले पन्ने 5
पिछले पन्ने 5
Paras Nath Jha
मां रा सपना
मां रा सपना
Rajdeep Singh Inda
रिश्तों में दोस्त बनें
रिश्तों में दोस्त बनें
Sonam Puneet Dubey
फूल सी खुश्बू लुटातीं बेटियां
फूल सी खुश्बू लुटातीं बेटियां
पंकज परिंदा
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर?
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर?
Bindesh kumar jha
दुकान मे बैठने का मज़ा
दुकान मे बैठने का मज़ा
Vansh Agarwal
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
कितनी गौर से देखा करती हैं ये आँखें तुम्हारी,
कितनी गौर से देखा करती हैं ये आँखें तुम्हारी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ख्वाब को ख़ाक होने में वक्त नही लगता...!
ख्वाब को ख़ाक होने में वक्त नही लगता...!
Aarti sirsat
बचपन की मोहब्बत
बचपन की मोहब्बत
Surinder blackpen
*इक क़ता*,,
*इक क़ता*,,
Neelofar Khan
यादें
यादें
Dinesh Kumar Gangwar
स्तुति - दीपक नीलपदम्
स्तुति - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏
तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏
डॉ.सीमा अग्रवाल
सज़ा तुमको तो मिलेगी
सज़ा तुमको तो मिलेगी
gurudeenverma198
कहां से लाऊं शब्द वो
कहां से लाऊं शब्द वो
Seema gupta,Alwar
हिज़ाब को चेहरे से हटाएँ किस तरह Ghazal by Vinit Singh Shayar
हिज़ाब को चेहरे से हटाएँ किस तरह Ghazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
नित जीवन के संघर्षों से जब टूट चुका हो अन्तर्मन, तब सुख के म
नित जीवन के संघर्षों से जब टूट चुका हो अन्तर्मन, तब सुख के म
पूर्वार्थ
"पसीने का समीकरण"
Dr. Kishan tandon kranti
नवरात्रि में ध्यान का महत्व। - रविकेश झा
नवरात्रि में ध्यान का महत्व। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
*मतदाता ने दे दिया, टूटा जन-आदेश (कुंडलिया)*
*मतदाता ने दे दिया, टूटा जन-आदेश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है..........
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है..........
कवि दीपक बवेजा
31/05/2024
31/05/2024
Satyaveer vaishnav
🙅छुटभैयों की चांदी🙅
🙅छुटभैयों की चांदी🙅
*प्रणय प्रभात*
मूल्य मंत्र
मूल्य मंत्र
ओंकार मिश्र
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
धरा स्वर्ण होइ जाय
धरा स्वर्ण होइ जाय
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
Atul "Krishn"
Loading...