Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2023 · 1 min read

“मेरे किसान बंधु चौकड़िया’

मु. ई पिंजरा कौ नईया ठिकानो मुनैया
नई जाने कब उढ़ जाने……………

1.उडत समय कोऊ देख ना पावे
बैठे रो रये रुवैया चिरैया
नई जाने कब उढ़ जाने……..
2.गांव पुरा के सब जुरयांहैं
समझा रये समझैया चिरैया
नई जाने कब उढ़ जाने….
3. धन दौलत और माल खजानो
काम ना आवे रुपैया चिरैया
नई जाने कब उढ़ जाने…….

@ankithalkejha
M.Sc.Botany
Bundelkhand university jhansi

Language: Hindi
1 Like · 81 Views
You may also like:
कैसा दौर आ गया है ज़ालिम इस सरकार में।
कैसा दौर आ गया है ज़ालिम इस सरकार में।
Dr. ADITYA BHARTI
क्या प्यार है तुमको हमसे
क्या प्यार है तुमको हमसे
gurudeenverma198
✍️दोस्ती ✍️
✍️दोस्ती ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
अपने दिल की कोई जरा,
अपने दिल की कोई जरा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
प्यासा मन
प्यासा मन
नेताम आर सी
FORGIVE US (Lamentations of an ardent lover of nature over the pitiable plight of “Saranda” Forest.)
FORGIVE US (Lamentations of an ardent lover of nature over the pitiable plight of “Saranda” Forest.)
Awadhesh Kumar Singh
💐प्रेम कौतुक-510💐
💐प्रेम कौतुक-510💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ये मुनासिब नहीं
ये मुनासिब नहीं
Dr fauzia Naseem shad
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
Vishal babu (vishu)
आह्वान
आह्वान
Shekhar Chandra Mitra
गुरुवर
गुरुवर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
Rohit Kaushik
बच्चे बोले दो दिवस, खेलेंगे हम रंग
बच्चे बोले दो दिवस, खेलेंगे हम रंग
Ravi Prakash
सहजता
सहजता
Sanjay
गजल
गजल
Anil Mishra Prahari
केहिकी करैं बुराई भइया,
केहिकी करैं बुराई भइया,
Kaushal Kumar Pandey आस
मानवता हमें बचाना है
मानवता हमें बचाना है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"आत्म-मन्थन"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बुद्ध धाम
बुद्ध धाम
Buddha Prakash
👨‍🎓मेरा खाली मटका माइंड
👨‍🎓मेरा खाली मटका माइंड
Ms.Ankit Halke jha
■ कामयाबी का नुस्खा...
■ कामयाबी का नुस्खा...
*Author प्रणय प्रभात*
सच की कसौटी
सच की कसौटी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सुबह -सुबह
सुबह -सुबह
gpoddarmkg
तेरी हर ख़ुशी पहले, मेरे गम उसके बाद रहे,
तेरी हर ख़ुशी पहले, मेरे गम उसके बाद रहे,
डी. के. निवातिया
नियम, मर्यादा
नियम, मर्यादा
DrLakshman Jha Parimal
किस कदर है व्याकुल
किस कदर है व्याकुल
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
जब भी आया,बे- मौसम आया
जब भी आया,बे- मौसम आया
मनोज कुमार
भीड़ में हाथ छोड़ दिया....
भीड़ में हाथ छोड़ दिया....
Kavita Chouhan
खफा है जिन्दगी
खफा है जिन्दगी
Anamika Singh
ग़म का सागर
ग़म का सागर
Surinder blackpen
Loading...