Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Aug 2016 · 1 min read

मेरा शहर.

कि मेरे शहर का हाल मत पूछ मेरे दोस्त,
यहाँ तो अब जमीन-ए-शमशान भी महेंगी हो गयी है.
जिस पेड़ पर बनाये थे परिन्दों ने घोंसले,
उस पेड़ से सब टहनियाँ नदारद हो गयी हैं,
उम्र बीती है जिस मोहल्ले में मेरी,
उम्र बीती है जिस मोहल्ले में मेरी,
उस मोहल्ले की सारी गलियां सुनसान हो गयी है.

– पंकज गुप्ता

Language: Hindi
1 Comment · 371 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चांद कहां रहते हो तुम
चांद कहां रहते हो तुम
Surinder blackpen
एक घर।
एक घर।
Anil Mishra Prahari
हे कान्हा
हे कान्हा
Mukesh Kumar Sonkar
Destiny
Destiny
Dhriti Mishra
*अम्मा*
*अम्मा*
Ashokatv
"सुन नारी मैं माहवारी"
Dr Meenu Poonia
विनती
विनती
Anamika Singh
जीवन का फलसफा/ध्येय यह हो...
जीवन का फलसफा/ध्येय यह हो...
Dr MusafiR BaithA
■ प्रभात वन्दन
■ प्रभात वन्दन
*Author प्रणय प्रभात*
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
Sanjay ' शून्य'
तन्हाई
तन्हाई
Sidhartha Mishra
पितृ ऋण
पितृ ऋण
Shyam Sundar Subramanian
इश्क की गलियों में
इश्क की गलियों में
Dr. Man Mohan Krishna
गरल  (कुंडलिया)
गरल (कुंडलिया)
Ravi Prakash
न गिराओ हवाओं मुझे , औकाद में रहो
न गिराओ हवाओं मुझे , औकाद में रहो
कवि दीपक बवेजा
साढ़े सोलह कदम
साढ़े सोलह कदम
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नवजात बहू (लघुकथा)
नवजात बहू (लघुकथा)
दुष्यन्त 'बाबा'
यह दुनिया है जनाब
यह दुनिया है जनाब
Naushaba Suriya
I Can Cut All The Strings Attached
I Can Cut All The Strings Attached
Manisha Manjari
एक बार बोल क्यों नहीं
एक बार बोल क्यों नहीं
goutam shaw
कच्चे धागे का मूल्य
कच्चे धागे का मूल्य
Seema 'Tu hai na'
बुज़ुर्गो को न होने दे अकेला
बुज़ुर्गो को न होने दे अकेला
Dr fauzia Naseem shad
सृजन की तैयारी
सृजन की तैयारी
Saraswati Bajpai
सिकन्दर बनकर क्या करना
सिकन्दर बनकर क्या करना
Satish Srijan
हम हर गम छुपा लेते हैं।
हम हर गम छुपा लेते हैं।
Taj Mohammad
पिता, पिता बने आकाश
पिता, पिता बने आकाश
indu parashar
बेजुबान और कसाई
बेजुबान और कसाई
मनोज कर्ण
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Sakshi Tripathi
गज़ल सी रचना
गज़ल सी रचना
Kanchan Khanna
✍️इश्क़ और जिंदगी✍️
✍️इश्क़ और जिंदगी✍️
'अशांत' शेखर
Loading...