Bundeli doha-fadali
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
विपत्ति में, विरोध में अडिग रहो, अटल रहो,
होते हम अजनबी तो,ऐसा तो नहीं होता
People often dwindle in a doubtful question,
*कौन जाने जिंदगी यह ,जीत है या हार है (हिंदी गजल)*
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मिनखपणौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
खुद को भुलाकर, हर दर्द छुपाता मे रहा