Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Nov 2024 · 1 min read

मेरा मोल मेरे दुश्मन ने ही जाना है कि।

मेरा मोल मेरे दुश्मन ने ही जाना है कि।
कम से का काम कुछ सामान लेकर तो आया हैं।
दोस्त तो गिने चुने चार एक दो होते हैं
दुश्मनों का तो लगा साया है।
।।

26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

चिड़ियाघर
चिड़ियाघर
Dr Archana Gupta
जीवन शैली
जीवन शैली
OM PRAKASH MEENA
सपनों का घर
सपनों का घर
Uttirna Dhar
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
Kumar lalit
" हद "
Dr. Kishan tandon kranti
#दोहा
#दोहा
*प्रणय*
* मिल बढ़ो आगे *
* मिल बढ़ो आगे *
surenderpal vaidya
कुछ लोग अच्छे होते है,
कुछ लोग अच्छे होते है,
Umender kumar
खट्टे मीठे पल जिन्दगी के,।
खट्टे मीठे पल जिन्दगी के,।
अनुराग दीक्षित
4783.*पूर्णिका*
4783.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हमारे रक्षक
हमारे रक्षक
करन ''केसरा''
कत्ल खुलेआम
कत्ल खुलेआम
Diwakar Mahto
चिंतन करत मन भाग्य का
चिंतन करत मन भाग्य का
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
तुमको खोकर
तुमको खोकर
Dr fauzia Naseem shad
*छोटे होने में मजा, छोटे घास समान (कुंडलिया)*
*छोटे होने में मजा, छोटे घास समान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरे जीवन में गुरु का दर्जा ईश्वर के समान है। “गुरु बिन भव न
मेरे जीवन में गुरु का दर्जा ईश्वर के समान है। “गुरु बिन भव न
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
*हे शिव शंकर त्रिपुरारी,हर जगह तुम ही तुम हो*
*हे शिव शंकर त्रिपुरारी,हर जगह तुम ही तुम हो*
sudhir kumar
मुझे पढ़ना आता हैं और उसे आंखो से जताना आता हैं,
मुझे पढ़ना आता हैं और उसे आंखो से जताना आता हैं,
पूर्वार्थ
बस यूँ ही...
बस यूँ ही...
हिमांशु Kulshrestha
शिक्षा हर मानव का गहना है।
शिक्षा हर मानव का गहना है।
Ajit Kumar "Karn"
- भूतकाल में जिसने मुझे ठुकराया वर्तमान में मेरी देख सफलता दौड़ी दौड़ी आ गई -
- भूतकाल में जिसने मुझे ठुकराया वर्तमान में मेरी देख सफलता दौड़ी दौड़ी आ गई -
bharat gehlot
नई जैकेट , पुराने जूते
नई जैकेट , पुराने जूते
Shashi Mahajan
चुनरिया हम चढ़ाई कईसे
चुनरिया हम चढ़ाई कईसे
Er.Navaneet R Shandily
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
खाली दिमाग़ ही शैतान का घर नहीं होता
खाली दिमाग़ ही शैतान का घर नहीं होता
Sonam Puneet Dubey
झूठे से प्रेम नहीं,
झूठे से प्रेम नहीं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Rambali Mishra
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
Neelam Sharma
Loading...