Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2022 · 1 min read

– में अनाथ हु –

– में अनाथ हु –
जिसका इस संसार में कोई ना हो नाथ ,
वो होता है अनाथ,
यतीन कहकर जिसे ठुकराया जाता है ,
वो होता है अनाथ,
जन्म देकर माता पिता द्वारा जिसे है छोड़ा जाता,
वो होता है अनाथ,
अकेला जो जीवन यापन कर पाता,
वो होता है अनाथ,
दुनिया में जिसके माता पिता की,
ना हो कोई पहचान ,
दुनिया जिसको इस दुनिया में अकेले ही जान,
वो होता है अनाथ,
मुसीबत में खुद को जो अकेला पाए ,
वो होता है अनाथ,
अपनो के होते हुए भी ,
विपदाओं में घिर जाए वो होता है अनाथ,
एक उदाहरण बागवान से बालक आलोक एक अनाथ,
रखकर सिर पर हाथ उसके बन जाते है नाथ,
पढ़ा लिखाकर कर देते आलोक(प्रकाश,ज्ञान)का नाम,
आलोक भी दिल से प्रथम पूजनीय उनको जान,
कहता गहलोत हाथ जोड़कर अपनाओ अनाथ,
सवारकर जिंदगी किसी की,
बन जाओ उसके नाथ,
फिर कोई इस दुनिया में न कह पाए की,
हे बाबा में हु एक अनाथ,

✍️✍️✍️भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184-
रचना सृजन -19/11/2022
समय -प्रात: 10 बजे,

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 41 Views
You may also like:
ईनाम
ईनाम
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गीतिका...
गीतिका...
डॉ.सीमा अग्रवाल
जो मौका रहनुमाई का मिला है
जो मौका रहनुमाई का मिला है
Anis Shah
हम हैं गुलाम ए मुस्तफा दुनिया फिजूल है।
हम हैं गुलाम ए मुस्तफा दुनिया फिजूल है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शिद्दतो में जो
शिद्दतो में जो
Dr fauzia Naseem shad
हकीकत से रूबरू होता क्यों नहीं
हकीकत से रूबरू होता क्यों नहीं
कवि दीपक बवेजा
बन गई पाठशाला
बन गई पाठशाला
rekha mohan
मोबाइल का आशिक़
मोबाइल का आशिक़
आकाश महेशपुरी
लेट्स मि लिव अलोन
लेट्स मि लिव अलोन
gurudeenverma198
"वर्तमान"
Dr. Kishan tandon kranti
'निशा नशीली'
'निशा नशीली'
Godambari Negi
जहां पर रब नही है
जहां पर रब नही है
अनूप अम्बर
स्लोगन
स्लोगन
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
✍️'रामराज्य'
✍️'रामराज्य'
'अशांत' शेखर
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
राधे राधे happy Holi
राधे राधे happy Holi
साहित्य गौरव
शुभारम्भ है
शुभारम्भ है
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
साधा जिसने मौन को, पाता कभी न शोक (कुंडलिया)
साधा जिसने मौन को, पाता कभी न शोक (कुंडलिया)
Ravi Prakash
अपनी हस्ती को मिटाना
अपनी हस्ती को मिटाना
Dr. Sunita Singh
"आया रे बुढ़ापा"
Dr Meenu Poonia
अब ना जीना किश्तों में।
अब ना जीना किश्तों में।
Taj Mohammad
वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
Satish Srijan
हिंदी शायरी संग्रह
हिंदी शायरी संग्रह
श्याम सिंह बिष्ट
💐अज्ञात के प्रति-105💐
💐अज्ञात के प्रति-105💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिवाली शुभ होवे
दिवाली शुभ होवे
Vindhya Prakash Mishra
भगतसिंह की फांसी
भगतसिंह की फांसी
Shekhar Chandra Mitra
बुद्ध जी की करुणा हुई तो
बुद्ध जी की करुणा हुई तो
Buddha Prakash
मैं हिन्दी हूँ , मैं हिन्दी हूँ / (हिन्दी दिवस पर एक गीत)
मैं हिन्दी हूँ , मैं हिन्दी हूँ / (हिन्दी दिवस...
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मेहनत का फल ।
मेहनत का फल ।
Nishant prakhar
ऐसी दीपावली मनाएँ..….
ऐसी दीपावली मनाएँ..….
Kavita Chouhan
Loading...