Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2022 · 1 min read

मृत्यु भोज!

जिस आंगन में पुत्र शोक से, बिलख रही माता।—-वहां पहुंच कर स्वाद जीभ का तुमको कैसे भाता।—–पति के चिर वियोग व्याकुल युवती विधवा होती है।—-बड़े चाव से पंगत खाते,क्या? तुम्हें पीड़ा नही होती है।——-+++—————+-मरने वाले के प्रति अपना सद व्यवहार निभाओ। धर्म यह कहता है, मृत्यु भोज मत खायो।—चला गया छोड़ कर संसार, जिसका पालन हारा । पड़ा चेतना हीन ब्रजपात दे मारा।—–खुद भूखे रहकर परिजन समाज को खिलाते हैं।अंधी परम्परा के कारण जीतें जी मर जाते हैं।इस कुरीति के उन्मूलन का साहस कर दिखलाओ।धर्म यही कहता है बंधु मृत्यु भोज मत खाओ।

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 2 Comments · 201 Views
You may also like:
है सुकूँ  से भरा  एक  घर  ज़िन्दगी
है सुकूँ से भरा एक घर ज़िन्दगी
Dr Archana Gupta
■ प्रकाशित आलेख
■ प्रकाशित आलेख
*Author प्रणय प्रभात*
दिल की बात,
दिल की बात,
Pooja srijan
आज बच्चों के हथेली पर किलकते फोन हैं।
आज बच्चों के हथेली पर किलकते फोन हैं।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
अमृत उद्यान
अमृत उद्यान
मनोज कर्ण
याद तो हैं ना.…...
याद तो हैं ना.…...
Dr Manju Saini
वो पहली पहली मेरी रात थी
वो पहली पहली मेरी रात थी
Ram Krishan Rastogi
"इतिहास गवाह है"
Dr. Kishan tandon kranti
# कभी कांटा , कभी गुलाब ......
# कभी कांटा , कभी गुलाब ......
Chinta netam " मन "
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
सत्य कुमार प्रेमी
कातिल है तू मेरे इश्क का / लवकुश यादव
कातिल है तू मेरे इश्क का / लवकुश यादव"अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
#  कर्म श्रेष्ठ या धर्म  ??
# कर्म श्रेष्ठ या धर्म ??
Seema Verma
हिन्दू मुस्लिम समन्वय के प्रतीक कबीर बाबा
हिन्दू मुस्लिम समन्वय के प्रतीक कबीर बाबा
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
💐माधवेन सह प्रीति:💐
💐माधवेन सह प्रीति:💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वक्त का लिहाज़
वक्त का लिहाज़
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी
आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
माता प्राकट्य
माता प्राकट्य
Dr. Sunita Singh
★डर★
★डर★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Writing Challenge- जानवर (Animal)
Writing Challenge- जानवर (Animal)
Sahityapedia
मुझे मेरे गाँव पहुंचा देना
मुझे मेरे गाँव पहुंचा देना
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
मीठी जलेबी
मीठी जलेबी
rekha mohan
पुराने गली-मुहल्ले (कुंडलिया)
पुराने गली-मुहल्ले (कुंडलिया)
Ravi Prakash
सफलता
सफलता
Rekha Drolia
जब भी ज़िक्र आया तेरा फंसानें में।
जब भी ज़िक्र आया तेरा फंसानें में।
Taj Mohammad
जंगल का रिवाज़
जंगल का रिवाज़
Shekhar Chandra Mitra
प्रणय निवेदन
प्रणय निवेदन
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दिल की हक़ीक़त
दिल की हक़ीक़त
Dr fauzia Naseem shad
पैगाम डॉ अंबेडकर का
पैगाम डॉ अंबेडकर का
Buddha Prakash
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
कवि दीपक बवेजा
Loading...