Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2024 · 1 min read

मृत्यु तय है

आसमान को छूना है तो,
अपने कद को आप बढ़ा लो।
जीवन पहली बार मिला है,
चाहे जैसा आप सजा लो।।

अंतर्मन की उमंग, तरंग को,
पिरो-पिरोकर राग बनाओ।
हृदय-ध्वनि यह श्वसन गति को,
सात सुरों का भाग बनाओ।
जीवन को संगीत करो फिर,
चाहे जो भी गीत बजा लो।।
जीवन पहली बार मिला है,
चाहे जैसा आप सजा लो।।

मृत्यु तय है, पर कल होगी,
आज समय कुछ करने का।
खुद को इतना व्यस्त करो तुम,
समय मिले नहीं मरने का।
हर अवसर पहला या अंतिम,
जान लगा दो, उसे भुनालो।।
जीवन पहली बार मिला है,
चाहे जैसा आप सजा लो।।

स्वयं करो निर्धारित पहले,
किस मंजिल को पाना है।
विपदा, बाधा जैसी भी हो,
तुमको चलते जाना है।
लक्ष्य-साधना हर हालत में,
अपने दिल का ख़्वाब बना लो।
जीवन पहली बार मिला है,
चाहे जैसा आप सजा लो।।

रस्ते का पत्थर बन जाओ,
या मंदिर का भगवान बनो।
कर्म-साधना करके तुम भी,
ईश्वर का वरदान बनो।
भरो हौसला खुद ही खुद में,
फिर पानी में आग लगा लो।।
जीवन पहली बार मिला है,
चाहे जैसा आप सजा लो।।

संतोष बरमैया जय

2 Likes · 66 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संतोष बरमैया जय
View all

You may also like these posts

दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
है वक़्त बड़ा शातिर
है वक़्त बड़ा शातिर
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
फूल है और मेरा चेहरा है
फूल है और मेरा चेहरा है
Dr fauzia Naseem shad
लघुकथा- धर्म बचा लिया।
लघुकथा- धर्म बचा लिया।
Dr Tabassum Jahan
नज़र
नज़र
Shakuntla Shaku
गंगा के समान तीर्थ, माता के तुल्य गुरु, भगवान् विष्णु के सदृश देवता तथा सीतायण से बढ़ कर कोई श्रेष्ठ वस्तु नहीं है।
गंगा के समान तीर्थ, माता के तुल्य गुरु, भगवान् विष्णु के सदृश देवता तथा सीतायण से बढ़ कर कोई श्रेष्ठ वस्तु नहीं है।
श्रीहर्ष आचार्य
23/26.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/26.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेषित करें प्रणाम
प्रेषित करें प्रणाम
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*बल गीत (वादल )*
*बल गीत (वादल )*
Rituraj shivem verma
दोहे
दोहे
Rambali Mishra
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
अंसार एटवी
एहसास
एहसास
Shally Vij
*संगीत के क्षेत्र में रामपुर की भूमिका : नेमत खान सदारंग से
*संगीत के क्षेत्र में रामपुर की भूमिका : नेमत खान सदारंग से
Ravi Prakash
मिल गया
मिल गया
Arvind trivedi
_कामयाबी_
_कामयाबी_
Ritu chahar
जिंदगी तुमसे जीना सीखा
जिंदगी तुमसे जीना सीखा
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
जब तक शरीर में खून है और खून में आग है ,
जब तक शरीर में खून है और खून में आग है ,
Shivam Rajput
वसंत ऋतु
वसंत ऋतु
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नारी
नारी
Pushpa Tiwari
Dr Arun Kumar shastri ek abodh balak Arun atript
Dr Arun Kumar shastri ek abodh balak Arun atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यादों में खोया हुआ हुं की तुम कभी ना कभी तो मुझे याद तो करो
यादों में खोया हुआ हुं की तुम कभी ना कभी तो मुझे याद तो करो
Iamalpu9492
* किधर वो गया है *
* किधर वो गया है *
surenderpal vaidya
मन करता है
मन करता है
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
सिर्फ बेटियां ही नहीं बेटे भी घर छोड़ जाते है😥😥
सिर्फ बेटियां ही नहीं बेटे भी घर छोड़ जाते है😥😥
पूर्वार्थ
दुख निवारण ब्रह्म सरोवर और हम
दुख निवारण ब्रह्म सरोवर और हम
SATPAL CHAUHAN
गीत
गीत
जगदीश शर्मा सहज
"फसलों के राग"
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत रोने का मन करता है
बहुत रोने का मन करता है
Dr. Paramjit Oberoi
Loading...