Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Aug 2019 · 1 min read

मृत्यु अटल है

सत्य अटल है
कर्म अटल है
ईश् अटल है
अंतरिक्ष अटल है
ब्रहमाण अटल है
सृष्टि अटल है
पृथ्वी अटल है
जल अटल है
वायु अटल है
अग्नि अटल है
आकाश अटल है
ये
जीवन अटल है
और
मृत्यु अटल है

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 142 Views

Books from Santosh Shrivastava

You may also like:
शीत ऋतु
शीत ऋतु
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Sunny Yadav - Actor & Model
Sunny Yadav - Actor & Model
Sunny Yadav
मां का हुआ आगमन नव पल्लव से हुआ श्रृंगार
मां का हुआ आगमन नव पल्लव से हुआ श्रृंगार
Charu Mitra
आज सबको हुई मुहब्बत है।
आज सबको हुई मुहब्बत है।
सत्य कुमार प्रेमी
लिप्सा
लिप्सा
Shyam Sundar Subramanian
गजल_कौन अब इस जमीन पर खून से लिखेगा गजल
गजल_कौन अब इस जमीन पर खून से लिखेगा गजल
Arun Prasad
महफ़िल से जाम से
महफ़िल से जाम से
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-246💐
💐प्रेम कौतुक-246💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वक़्त के साथ वो
वक़्त के साथ वो
Dr fauzia Naseem shad
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता...
umesh mehra
“उच्छृंखलता सदैव घातक मानी जाती है”
“उच्छृंखलता सदैव घातक मानी जाती है”
DrLakshman Jha Parimal
✍️मंज़िल की चाहत ✍️
✍️मंज़िल की चाहत ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
परिचय
परिचय
Pakhi Jain
तरन्नुम में अल्फ़ाज़ सजते सजाते
तरन्नुम में अल्फ़ाज़ सजते सजाते
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ज़िंदा हो ,ज़िंदगी का कुछ तो सबूत दो।
ज़िंदा हो ,ज़िंदगी का कुछ तो सबूत दो।
Khem Kiran Saini
मुझे मेरे गाँव पहुंचा देना
मुझे मेरे गाँव पहुंचा देना
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
నా తెలుగు భాష..
నా తెలుగు భాష..
विजय कुमार 'विजय'
"सुख के मानक"
Dr. Kishan tandon kranti
करोगे याद मुझको मगर
करोगे याद मुझको मगर
gurudeenverma198
तानाशाहों का हश्र
तानाशाहों का हश्र
Shekhar Chandra Mitra
समय को दोष देते हो....!
समय को दोष देते हो....!
Dr. Pratibha Mahi
*कर्जे को लेकर फिर न लौटाया ( हास्य व्यंग्य गीतिका )*
*कर्जे को लेकर फिर न लौटाया ( हास्य व्यंग्य गीतिका...
Ravi Prakash
हिन्द का बेटा हूँ
हिन्द का बेटा हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
महक कहां बचती है
महक कहां बचती है
Surinder blackpen
मोहब्बत मेरी थी
मोहब्बत मेरी थी
जय लगन कुमार हैप्पी
#शुभरात्रि
#शुभरात्रि
आर.एस. 'प्रीतम'
■ राम है आराम
■ राम है आराम
*Author प्रणय प्रभात*
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दिसंबर
दिसंबर
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
ये मेरे घर की चारदीवारी भी अब मुझसे पूछती है
ये मेरे घर की चारदीवारी भी अब मुझसे पूछती है
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...