Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 1 min read

मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है …

मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है,
कोई माने, ना माने,
ये दिल को दर्द देती है,
ये कोई माने ना माने,
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है,
कोई माने ना माने …

बसा हो कोई जब मन में,
भुलाना, कब हुआ आसां ?
कोई हो जान जीवन की,
बिछुड़ना कब हुआ आसां ?
अगर वो दूर जाये तो,
ये सच में रो ही देती है,
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है,
कोई माने ना माने…

मुहब्बत करना भी होता,
इबादत करने जैसा है,
मीत गर मीत को समझे,
समझो पैगम्बर जैसा है,
अगर वो धोखा दे जाये तो,
दिल को तोड़ देती है,
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है,
कोई माने ना माने …

बड़ी मुश्किल से मिलता है,
मीत जो मन को भाता है,
जो दिल की आरज़ू बनकर,
सदां रिश्ता निभाता है,
अगर वो रूठ जाये तो,
हृदय व्याकुल कर देती है,
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है,
कोई माने ना माने …

हजारों, लाखों ऐसे हैं,
मुहब्बत हो गई जिनको,
मुहब्बत में जिसके लिए
जिन्होंने खो दिया खुद को,
अगर वो मिल न पाए तो,
कसक जीवन भर देती है ।
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है,
कोई माने ना माने …

-*-*-*-*-*-*-*

Language: Hindi
188 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sunil Suman
View all

You may also like these posts

सुनो जरा कविता कुछ कहती है
सुनो जरा कविता कुछ कहती है
श्रीकृष्ण शुक्ल
गृहणी का बुद्ध
गृहणी का बुद्ध
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
Abhishek Soni
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
देखो ना आया तेरा लाल
देखो ना आया तेरा लाल
Basant Bhagawan Roy
क्या गुनाह था कि तुम्हें खोया है हमने
क्या गुनाह था कि तुम्हें खोया है हमने
Diwakar Mahto
प्रतिभा
प्रतिभा
Rambali Mishra
*धनतेरस का त्यौहार*
*धनतेरस का त्यौहार*
Harminder Kaur
नींद, ख्वाब
नींद, ख्वाब
हिमांशु Kulshrestha
ज्योति हाॅस्पिटल
ज्योति हाॅस्पिटल
डॉ.सतगुरु प्रेमी
புறப்பாடு
புறப்பாடு
Shyam Sundar Subramanian
*देखो मन में हलचल लेकर*
*देखो मन में हलचल लेकर*
Dr. Priya Gupta
बड़ी बातें बेची गईं, तुमको कि ख्वाब मुक़्कम्मल ना हुए, अब को
बड़ी बातें बेची गईं, तुमको कि ख्वाब मुक़्कम्मल ना हुए, अब को
पूर्वार्थ
I may sound relatable
I may sound relatable
Chaahat
सपनों का घर
सपनों का घर
Uttirna Dhar
मैं सोचता हूँ आखिर कौन हूॅ॑ मैं
मैं सोचता हूँ आखिर कौन हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
डर नाहि लागो तोरा बाप से
डर नाहि लागो तोरा बाप से
श्रीहर्ष आचार्य
3342.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3342.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
भारत की होगी दुनिया में, फिर से जय जय कार
भारत की होगी दुनिया में, फिर से जय जय कार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
स्टेटस
स्टेटस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आदमी मैं नहीं वैसा
आदमी मैं नहीं वैसा
gurudeenverma198
धार्मिक इतने बनो की तुम किसी का बुरा न कर सको
धार्मिक इतने बनो की तुम किसी का बुरा न कर सको
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
आज दिवस है  इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
आज दिवस है इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
sushil sarna
आपके पास धन इसलिए नहीं बढ़ रहा है क्योंकि आपकी व्यावसायिक पक
आपके पास धन इसलिए नहीं बढ़ रहा है क्योंकि आपकी व्यावसायिक पक
Rj Anand Prajapati
प्रेम हैं अनन्त उनमें
प्रेम हैं अनन्त उनमें
The_dk_poetry
पापा आपकी बहुत याद आती है !
पापा आपकी बहुत याद आती है !
Kuldeep mishra (KD)
" गलतियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
बदलती स्याही
बदलती स्याही
Seema gupta,Alwar
Loading...