Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2024 · 1 min read

“मुश्किलें मेरे घर मेहमानी पर आती हैं ll

“मुश्किलें मेरे घर मेहमानी पर आती हैं ll
मेरे ऊपर बड़ी मेहरबानी कर जाती हैं ll

मुश्किलों ने मुझे मजबूत कर दिया है,
मेरे जीवन के लिए आसानी कर जाती हैं ll

मुश्किलें कभी अकेले नहीं आती,
दु:ख दर्द की निगरानी पर आती हैं ll

मुश्किलों के मायाजाल से भला कौन निकलेगा,
मुश्किलें कभी लाभ, तो कभी हानि कर जाती हैं ll

मुझे मेहनत का पूरा मेहनताना नहीं मिलता,
मुश्किलें मेरे साथ अक्सर बेईमानी कर जाती हैं ll”

29 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

धन-संपदा थोड़ा कम भी हो,
धन-संपदा थोड़ा कम भी हो,
Ajit Kumar "Karn"
प्रार्थना
प्रार्थना
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
ज़िंदगी आईने के
ज़िंदगी आईने के
Dr fauzia Naseem shad
आज के युग में
आज के युग में "प्रेम" और "प्यार" के बीच सूक्ष्म लेकिन गहरा अ
पूर्वार्थ
टूटे दिल को लेकर भी अब जाऐं कहाँ
टूटे दिल को लेकर भी अब जाऐं कहाँ
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
Anup kanheri
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
क्यों बात करें बीते कल की
क्यों बात करें बीते कल की
Manoj Shrivastava
कितना और बदलूं खुद को
कितना और बदलूं खुद को
इंजी. संजय श्रीवास्तव
भारत का लाल
भारत का लाल
Aman Sinha
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
2869.*पूर्णिका*
2869.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सावण तीज
सावण तीज
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
स्याह एक रात
स्याह एक रात
हिमांशु Kulshrestha
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
gurudeenverma198
अभिनय
अभिनय
Dushyant Kumar Patel
मनभावन होली
मनभावन होली
Anamika Tiwari 'annpurna '
*SPLIT VISION*
*SPLIT VISION*
Poonam Matia
..
..
*प्रणय*
चंचल मोर सा मन
चंचल मोर सा मन
SATPAL CHAUHAN
तू शबिस्ताँ सी मिरी आँखों में जो ठहर गया है,
तू शबिस्ताँ सी मिरी आँखों में जो ठहर गया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तेवरी में ‘शेडो फाइटिंग’ नहीं + योगेन्द्र शर्मा
तेवरी में ‘शेडो फाइटिंग’ नहीं + योगेन्द्र शर्मा
कवि रमेशराज
नए साल का सपना
नए साल का सपना
Lovi Mishra
हश्र का मंज़र
हश्र का मंज़र
Shekhar Chandra Mitra
पत्थर तोड़ती औरत!
पत्थर तोड़ती औरत!
कविता झा ‘गीत’
संवेदना
संवेदना
नेताम आर सी
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
Anis Shah
देखो जग सारा जागा है
देखो जग सारा जागा है
सोनू हंस
करना है विज्ञान प्रसार
करना है विज्ञान प्रसार
Anil Kumar Mishra
हमारे शब्द ईश्वर का वरदान है शायद:)
हमारे शब्द ईश्वर का वरदान है शायद:)
Soniya Goswami
Loading...