तुम्हीं हो पापा

खड़ा हूं मैं बुलंदी पर मगर आधार तुम्हीं हो पापा
मेरी पूरी जीत के प्रमुख हकदार तुम्हीं हो पापा
मुसीबत से पार कराती है तुम्हारी हर सलाह मुझको
मेरा साथी मेरा सहयोगी मेरा सलाहकार तुम्हीं हो पापा
तुम्हीं ने टेढ़ी मेढ़ी राहों पे चलना सिखलाया
मेरे स्वप्न को पंख लगा साकार करने वाले तुम्हीं हो पापा
थपेड़े वक़्त के मुझको तुम्हीं सहना सिखाते हो
पकड़ कर हाथ मुसीबत में हौसला देने वाले तुम्हीं हो पापा
कोई भी रिश्ता बराबर हो नहीं सकता तुम जैसा जमाने में
भुलाया जा नहीं सकता वो रोल मॉडल तुम्हीं हो पापा
हाथ सिर पर रखते हो तुम ‘कृष्ण’ धन्य हो जाता हैं
मुझे रब से मिला बेशकीमती उपहार तुम्हीं हो पापा
– कृष्ण सिंह