Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2022 · 1 min read

मुझे महसूस हो जाते

शिकायत जो भी थी तुमको
वो मिलकर दूर कर लेते ।
मुझे महसूस हो जाते
मुझे महसूस कर लेते ॥

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 39 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
■ धिक्कार है...
■ धिक्कार है...
*Author प्रणय प्रभात*
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
You cannot find me in someone else
You cannot find me in someone else
Sakshi Tripathi
क्या प्यार है तुमको हमसे
क्या प्यार है तुमको हमसे
gurudeenverma198
आज का चिंतन
आज का चिंतन
निशांत 'शीलराज'
तुम्हारे जाने के बाद...
तुम्हारे जाने के बाद...
Prem Farrukhabadi
एक ही निश्चित समय पर कोई भी प्राणी  किसी के साथ प्रेम ,  किस
एक ही निश्चित समय पर कोई भी प्राणी किसी के साथ प्रेम , किस
Seema Verma
हमें उससे नहीं कोई गिला भी
हमें उससे नहीं कोई गिला भी
Irshad Aatif
हर शय¹ की अहमियत होती है अपनी-अपनी जगह
हर शय¹ की अहमियत होती है अपनी-अपनी जगह
_सुलेखा.
💐प्रेम कौतुक-454💐
💐प्रेम कौतुक-454💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
माँ
माँ
नन्दलाल सुथार "राही"
आज़ादी का जश्न
आज़ादी का जश्न
Shekhar Chandra Mitra
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
VINOD KUMAR CHAUHAN
माया का रोग (व्यंग्य)
माया का रोग (व्यंग्य)
नवीन जोशी 'नवल'
जहांँ कुछ भी नहीं दिखता ..!
जहांँ कुछ भी नहीं दिखता ..!
Ranjana Verma
अँधेरे रास्ते पर खड़ा आदमी.......
अँधेरे रास्ते पर खड़ा आदमी.......
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तेरी मिट्टी के लिए अपने कुएँ से पानी बहाया है
तेरी मिट्टी के लिए अपने कुएँ से पानी बहाया है
'अशांत' शेखर
अवसर
अवसर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
हिज़्र
हिज़्र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
हम कुर्वतों में कब तक दिल बहलाते
हम कुर्वतों में कब तक दिल बहलाते
AmanTv Editor In Chief
सागर की ओर
सागर की ओर
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
पत्नी
पत्नी
Acharya Rama Nand Mandal
खिलाडी श्री
खिलाडी श्री
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*मजे आ रहे हैं गुड़िया को, दिनभर खाती-सोती है (बाल कविता/ हिंदी गजल/ गीतिका)*
*मजे आ रहे हैं गुड़िया को, दिनभर खाती-सोती है (बाल कविता/ हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
ज़ख्म सिल दो मेरा
ज़ख्म सिल दो मेरा
Surinder blackpen
बापू तेरे देश में...!!
बापू तेरे देश में...!!
Kanchan Khanna
बर्फ के टीलों से घर बनाने निकले हैं,
बर्फ के टीलों से घर बनाने निकले हैं,
कवि दीपक बवेजा
वीरगति सैनिक
वीरगति सैनिक
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ఉగాది
ఉగాది
विजय कुमार 'विजय'
Loading...