Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Mar 2023 · 1 min read

मुझे भी आकाश में उड़ने को मिले पर

मुझे भी आकाश में उड़ने को मिले पर
परवाज़ की उड़ान हो मिले साथ मयस्सर।

156 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
#मायका #
#मायका #
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
रूको भला तब जाना
रूको भला तब जाना
Varun Singh Gautam
Bhagwan sabki sunte hai...
Bhagwan sabki sunte hai...
Vandana maurya
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
Santosh Soni
तुझे खुश देखना चाहता था
तुझे खुश देखना चाहता था
Kumar lalit
दोस्त.............एक विश्वास
दोस्त.............एक विश्वास
Neeraj Agarwal
गुमनामी
गुमनामी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नव भारत
नव भारत
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
तुम पंख बन कर लग जाओ
तुम पंख बन कर लग जाओ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बहेलिया(मैथिली काव्य)
बहेलिया(मैथिली काव्य)
मनोज कर्ण
इंसान VS महान
इंसान VS महान
Dr MusafiR BaithA
खुदारा मुझे भी दुआ दीजिए।
खुदारा मुझे भी दुआ दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
विपक्ष की लापरवाही
विपक्ष की लापरवाही
Shekhar Chandra Mitra
कैसे मिले सम्मान / नरेन्द्र वाल्मीकि
कैसे मिले सम्मान / नरेन्द्र वाल्मीकि
Dr. Narendra Valmiki
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मेरी फितरत
मेरी फितरत
Ram Krishan Rastogi
संस्कारों की पाठशाला
संस्कारों की पाठशाला
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जीवन संग्राम के पल
जीवन संग्राम के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गुज़रा हुआ वक्त
गुज़रा हुआ वक्त
Surinder blackpen
बहुत हुशियार हो गए है लोग
बहुत हुशियार हो गए है लोग
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ये सियासत है।
ये सियासत है।
Taj Mohammad
माना  कि  शौक  होंगे  तेरे  महँगे-महँगे,
माना कि शौक होंगे तेरे महँगे-महँगे,
Kailash singh
अखबार
अखबार
लक्ष्मी सिंह
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
Dr Archana Gupta
शीर्षक – शुष्क जीवन
शीर्षक – शुष्क जीवन
Manju sagar
वो सुहानी शाम
वो सुहानी शाम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मेरे पूर्ण मे आधा व आधे मे पुर्ण अहसास हो
मेरे पूर्ण मे आधा व आधे मे पुर्ण अहसास हो
Anil chobisa
मुझे आने तो दो
मुझे आने तो दो
Satish Srijan
भरोसा
भरोसा
Paras Nath Jha
Loading...