Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Aug 2016 · 1 min read

मुझसे कब बात करोगी तुम…..

मन उदास है आज मेरा
अजब बेकली है आज तारी
लफ्ज़ गूंगे हो गए मेरे
क़लम भी चुप-चुप है आज
तुम जो रूठ गयी हो मुझसे
सब नज़ारे फीके लगते है
तुम्हारे बिना…..
तुम संग थीं तो रुत सुहानी थी
ठहरे दरया में अजब रवानी थी
तुम्हारी मुस्कान से गुलाब जलते थे
नए ख्वाब तब आँखों में पलते थे
मेरे पास थीं तुम सीप में मोती जैसे
मिली हो आँखों को नई ज्योति जैसे
अपने बेनाम रिश्ते को
इक नाम दिया था तुमने
मेरे भागते क़दमों को
थाम दिया था तुमने
इक भूल की इतनी सज़ा नहीं हो सकती
जिसकी क़ीमत मुझसे अदा नहीं हो सकती
हम पर भी उसकी रहमत के बादल बरसेंगे
ब ख़ुदा मेरे तुम्हारे ये मस’अले सुलझेंगे
जब उन सुहाने दिनों से अपनी
तन्हाइयाँ आबाद करोगी तुम
नज़्म कह रहा हूँ इसी इंतिज़ार में
कब मुझसे बात करोगी तुम….

# नज़ीर नज़र

Language: Hindi
1 Comment · 391 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तमस अमावस का घिरा, रूठा उजला पाख।
तमस अमावस का घिरा, रूठा उजला पाख।
डॉ.सीमा अग्रवाल
यादों के बादल
यादों के बादल
singh kunwar sarvendra vikram
* दिल बहुत उदास है *
* दिल बहुत उदास है *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वो चिट्ठियां
वो चिट्ठियां
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
उसकी सुनाई हर कविता
उसकी सुनाई हर कविता
हिमांशु Kulshrestha
इस संसार में क्या शुभ है और क्या अशुभ है
इस संसार में क्या शुभ है और क्या अशुभ है
शेखर सिंह
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बिना पंख फैलाये पंछी को दाना नहीं मिलता
बिना पंख फैलाये पंछी को दाना नहीं मिलता
Anil Mishra Prahari
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मेरी कल्पना पटल में
मेरी कल्पना पटल में
शिव प्रताप लोधी
*भारतीय क्रिकेटरों का जोश*
*भारतीय क्रिकेटरों का जोश*
Harminder Kaur
- अब नहीं!!
- अब नहीं!!
Seema gupta,Alwar
🙅राज्य के हित के लिए🙅
🙅राज्य के हित के लिए🙅
*प्रणय प्रभात*
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कर्म का फल
कर्म का फल
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जीवन यात्रा
जीवन यात्रा
विजय कुमार अग्रवाल
One of the biggest red flags in a relationship is when you h
One of the biggest red flags in a relationship is when you h
पूर्वार्थ
"रहमत"
Dr. Kishan tandon kranti
पैमाना सत्य का होता है यारों
पैमाना सत्य का होता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
तेरे हम है
तेरे हम है
Dinesh Kumar Gangwar
2941.*पूर्णिका*
2941.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सच्ची प्रीत
सच्ची प्रीत
Dr. Upasana Pandey
शब्द मधुर उत्तम  वाणी
शब्द मधुर उत्तम वाणी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मनुष्य की महत्ता
मनुष्य की महत्ता
ओंकार मिश्र
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
Bhupendra Rawat
जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
लक्ष्मी सिंह
पलकों ने बहुत समझाया पर ये आंख नहीं मानी।
पलकों ने बहुत समझाया पर ये आंख नहीं मानी।
Rj Anand Prajapati
कल?
कल?
Neeraj Agarwal
Loading...