Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2023 · 1 min read

मुझको मेरा अगर पता मिलता

ढूंढ लेते हम एक दिन खुद को ।
मुझको मेरा अगर पता मिलता।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
11 Likes · 90 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
इसलिए कुछ कह नहीं सका मैं उससे
इसलिए कुछ कह नहीं सका मैं उससे
gurudeenverma198
जीवन का अंत है, पर संभावनाएं अनंत हैं
जीवन का अंत है, पर संभावनाएं अनंत हैं
Pankaj Sen
"सुखी हुई पत्ती"
Pushpraj Anant
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
💥आदमी भी जड़ की तरह 💥
💥आदमी भी जड़ की तरह 💥
Dr.Khedu Bharti
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
Dushyant Kumar
भाग्य हीन का सहारा कौन ?
भाग्य हीन का सहारा कौन ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
💐अज्ञात के प्रति-96💐
💐अज्ञात के प्रति-96💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
परिवर्तन विकास बेशुमार
परिवर्तन विकास बेशुमार
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अंधों के हाथ
अंधों के हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जिंदगी
जिंदगी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*टैगोर काव्य गोष्ठी/ संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ*
*टैगोर काव्य गोष्ठी/ संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ*
Ravi Prakash
✍️गलती ✍️
✍️गलती ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Bodhisatva kastooriya
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
Aarti sirsat
वो कोरोना का क़हर भी याद आएगा
वो कोरोना का क़हर भी याद आएगा
kumar Deepak "Mani"
प्रेम की पुकार
प्रेम की पुकार
Shekhar Chandra Mitra
जो ना होना था
जो ना होना था
shabina. Naaz
ईद के बहाने ही सही।
ईद के बहाने ही सही।
Taj Mohammad
एक रूपक ज़िन्दगी का,
एक रूपक ज़िन्दगी का,
Radha shukla
✍️वो खूबसूरती✍️
✍️वो खूबसूरती✍️
'अशांत' शेखर
#हे__प्रेम
#हे__प्रेम
Varun Singh Gautam
उलझन ज़रूरी है🖇️
उलझन ज़रूरी है🖇️
Skanda Joshi
सागर
सागर
Vikas Sharma'Shivaaya'
ग़ज़ल/नज़्म - ये हर दिन और हर रात हमारी होगी
ग़ज़ल/नज़्म - ये हर दिन और हर रात हमारी होगी
अनिल कुमार
ख्वाहिशों का अम्बार
ख्वाहिशों का अम्बार
Satish Srijan
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कौन हिसाब रखे
कौन हिसाब रखे
Surinder blackpen
मंजिल की तलाश
मंजिल की तलाश
AMRESH KUMAR VERMA
सादगी
सादगी
राजेंद्र तिवारी
Loading...