Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2016 · 1 min read

मुझको मिले जो आजतक सम्मान मत छीनो !

मुझको मिले जो आजतक सम्मान मत छीनो !
उड़ता हूँ हौसले से मेरी उड़ान मत छीनो !

पहचान है मेरी मेरे शब्दों कलम से ,
है निवेदन आपसे पहचान मत छीनो !!

जां से भी ज्यादा प्यार मुझे मातृभूमि से,
करके इसका अपमान मेरी जान मत छीनो !!

दिनभर चलाते हल यहा किसान खेत में ,
कम करके भाव अन्न का खलिहान मत छीनो !!

रचना पढ़ूँगा मंच से बजेगी तालियाँ ,
जुगनू के मधुर कंठ की तान मत छीनो !

09200573071

199 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
खल साहित्यिकों का छलवृत्तांत / MUSAFIR BAITHA
खल साहित्यिकों का छलवृत्तांत / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
चौपाई - धुँआ धुँआ बादल बादल l
चौपाई - धुँआ धुँआ बादल बादल l
अरविन्द व्यास
मोरे मन-मंदिर....।
मोरे मन-मंदिर....।
Kanchan Khanna
एक पत्र पुराने मित्रों के नाम
एक पत्र पुराने मित्रों के नाम
Ram Krishan Rastogi
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
Aarti sirsat
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
Shekhar Chandra Mitra
'मौन अभिव्यक्ति'
'मौन अभिव्यक्ति'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
चमकना है सितारों सा
चमकना है सितारों सा
कवि दीपक बवेजा
काल के चक्रों ने भी, ऐसे यथार्थ दिखाए हैं।
काल के चक्रों ने भी, ऐसे यथार्थ दिखाए हैं।
Manisha Manjari
बुआ आई
बुआ आई
राजेश 'ललित'
*रिश्वत की दौलत जब आती, अच्छी लगती है (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*रिश्वत की दौलत जब आती, अच्छी लगती है (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
My eyes look for you.
My eyes look for you.
Taj Mohammad
हो गई है भोर
हो गई है भोर
surenderpal vaidya
"स्कूल चलो अभियान"
Dushyant Kumar
💐प्रेम कौतुक-486💐
💐प्रेम कौतुक-486💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”
Basant Bhagawan Roy
चराग़ों को जलाने से
चराग़ों को जलाने से
Shivkumar Bilagrami
The Digi Begs [The Online Beggars]
The Digi Begs [The Online Beggars]
AJAY AMITABH SUMAN
पातुक
पातुक
शांतिलाल सोनी
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
నమో సూర్య దేవా
నమో సూర్య దేవా
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया)
वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया)
नाथ सोनांचली
आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का पल होगा
आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का पल होगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Harish Chandra Pande
एहसास में बे'एहसास की
एहसास में बे'एहसास की
Dr fauzia Naseem shad
हे देश मेरे महबूब है तू,
हे देश मेरे महबूब है तू,
Satish Srijan
युद्ध सिर्फ प्रश्न खड़ा करता है। [भाग ७]
युद्ध सिर्फ प्रश्न खड़ा करता है। [भाग ७]
Anamika Singh
"सूत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
✍️निर्माणाधीन रास्ते✍️
✍️निर्माणाधीन रास्ते✍️
'अशांत' शेखर
Loading...