लिपियाँ सूखे की
ये जल विहीन धरा की लिपियाँ सूखे की निशानी
कुंभ सिर, हाथ धर चली पीताम्बरी, भरने पानी
तपती दोपहर, गर्मी का कहर , वृक्ष नदी न नहर
खोजे जल रसोई की रानी, ये जीवन कहानी।
ये जल विहीन धरा की लिपियाँ सूखे की निशानी
कुंभ सिर, हाथ धर चली पीताम्बरी, भरने पानी
तपती दोपहर, गर्मी का कहर , वृक्ष नदी न नहर
खोजे जल रसोई की रानी, ये जीवन कहानी।