Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2016 · 1 min read

मुक्तक

गमों के खेत में जो हौंसलों कि डाली है
इसी ने उस खुदा की बन्दगी बचा ली है
गुलों को देखकर जो हसरतें जवाँ थीं “मन”
खिजाँ के दौर ने वो हसरतें उठा ली है

Language: Hindi
1 Comment · 318 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन मंथन
जीवन मंथन
Satya Prakash Sharma
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
अपने किरदार से चमकता है इंसान,
अपने किरदार से चमकता है इंसान,
शेखर सिंह
2512.पूर्णिका
2512.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*रामलला का सूर्य तिलक*
*रामलला का सूर्य तिलक*
Ghanshyam Poddar
जिंदगी में रंग भरना आ गया
जिंदगी में रंग भरना आ गया
Surinder blackpen
45...Ramal musaddas maKHbuun
45...Ramal musaddas maKHbuun
sushil yadav
#आज_का_मुक्तक
#आज_का_मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
*गरमी का मौसम बुरा, खाना तनिक न धूप (कुंडलिया)*
*गरमी का मौसम बुरा, खाना तनिक न धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जीत जुनून से तय होती है।
जीत जुनून से तय होती है।
Rj Anand Prajapati
हमने आवाज़ देके देखा है
हमने आवाज़ देके देखा है
Dr fauzia Naseem shad
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
Pramila sultan
"शायरा सँग होली"-हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
आधार छंद - बिहारी छंद
आधार छंद - बिहारी छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
************ कृष्ण -लीला ***********
************ कृष्ण -लीला ***********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
Piyush Goel
" वो "
Dr. Kishan tandon kranti
Ice
Ice
Santosh kumar Miri
रखो वक्त निकाल कर  नजदीकिया और  निभा लो अपनापन जो भी रिश्ते
रखो वक्त निकाल कर नजदीकिया और निभा लो अपनापन जो भी रिश्ते
पूर्वार्थ
अब शिक्षा का हो रहा,
अब शिक्षा का हो रहा,
sushil sarna
राम का राज्याभिषेक
राम का राज्याभिषेक
Paras Nath Jha
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
goutam shaw
एक फूल
एक फूल
अनिल "आदर्श"
डिजिटल भारत
डिजिटल भारत
Satish Srijan
इस आकाश में अनगिनत तारे हैं
इस आकाश में अनगिनत तारे हैं
Sonam Puneet Dubey
محبّت عام کرتا ہوں
محبّت عام کرتا ہوں
अरशद रसूल बदायूंनी
राह मुश्किल हो चाहे आसां हो
राह मुश्किल हो चाहे आसां हो
Shweta Soni
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
भाई
भाई
Dr.sima
Loading...