हनुमंत
संकट मोचन हनुमंत, शत शत तुझे प्रणाम
श्रद्धा से ध्याऊँ तुझे, पूर्ण कीजे सब काम
दुःख की छाया न पड़े, करूँ यही कामना
मंगलमूर्ति हे प्रभुवर, आओ मेरे धाम ।
संकट मोचन हनुमंत, शत शत तुझे प्रणाम
श्रद्धा से ध्याऊँ तुझे, पूर्ण कीजे सब काम
दुःख की छाया न पड़े, करूँ यही कामना
मंगलमूर्ति हे प्रभुवर, आओ मेरे धाम ।