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4 Dec 2024 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक

जब भी तुम्हें ये धरा, उपवन सी नजर आने लगे
जब इस धरा पर तुम्हें, जीवन नजर आने लगे l
जब तुम्हें सभी रिश्ते भाने लगें
तब समझ लेना कि तुम सकारात्मक सोच से परिपूर्ण जीवन जी रहे हो ll

अनिल कुमार गुप्ता अंजुम

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