Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Oct 2023 · 1 min read

#मुक्तक-

#मुक्तक-
■ नींद को वनवास।
【प्रणय प्रभात】
“एक झंझावात है साँसों से धड़कन तक अभी,
सोचता हूँ इस समय ने क्या अधिक क्या कम लिया।
काल-कवलित हो गए कुछ स्वप्न शैशवकाल में,
रतजगों ने नींद को वनवास दे कर दम लिया।।”

1 Like · 130 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🙅आजकल🙅
🙅आजकल🙅
*प्रणय*
3753.💐 *पूर्णिका* 💐
3753.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
एक दिया बहुत है जलने के लिए
एक दिया बहुत है जलने के लिए
Sonam Puneet Dubey
शेखर ✍️
शेखर ✍️
शेखर सिंह
*साठ के दशक में किले की सैर (संस्मरण)*
*साठ के दशक में किले की सैर (संस्मरण)*
Ravi Prakash
यार ब - नाम - अय्यार
यार ब - नाम - अय्यार
Ramswaroop Dinkar
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
अर्चना मुकेश मेहता
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
सत्य कुमार प्रेमी
अधरों ने की  दिल्लगी, अधरों  से  कल  रात ।
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
sushil sarna
देश भक्ति गीत
देश भक्ति गीत
Neelam Sharma
मैं अक्सर देखता हूं कि लोग बड़े-बड़े मंच में इस प्रकार के बय
मैं अक्सर देखता हूं कि लोग बड़े-बड़े मंच में इस प्रकार के बय
Bindesh kumar jha
बहुत उम्मीदें थीं अपनी, मेरा कोई साथ दे देगा !
बहुत उम्मीदें थीं अपनी, मेरा कोई साथ दे देगा !
DrLakshman Jha Parimal
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
Akash Yadav
राहों में खिंची हर लकीर बदल सकती है ।
राहों में खिंची हर लकीर बदल सकती है ।
Phool gufran
" लेकिन "
Dr. Kishan tandon kranti
सोशल मीडिया में आधी खबरें झूठी है और अखबार में पूरी !!
सोशल मीडिया में आधी खबरें झूठी है और अखबार में पूरी !!
P S Dhami
दाल गली खिचड़ी पकी,देख समय का  खेल।
दाल गली खिचड़ी पकी,देख समय का खेल।
Manoj Mahato
मानवता का
मानवता का
Dr fauzia Naseem shad
दिल है पाषाण तो आँखों को रुलाएँ कैसे
दिल है पाषाण तो आँखों को रुलाएँ कैसे
Dr Archana Gupta
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
किसी को टूट कर चाहना
किसी को टूट कर चाहना
Chitra Bisht
ख्याल........
ख्याल........
Naushaba Suriya
यह कौनसा आया अब नया दौर है
यह कौनसा आया अब नया दौर है
gurudeenverma198
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
Let’s use the barter system.
Let’s use the barter system.
पूर्वार्थ
ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी,
Santosh Shrivastava
*याद तुम्हारी*
*याद तुम्हारी*
Poonam Matia
आजकल / (नवगीत)
आजकल / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
Shekhar Chandra Mitra
बचपन
बचपन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...