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12 Apr 2020 · 1 min read

मुक्तक

आज़ करना है वो बाद में कर
ये है कोरोनावायरस का असर
कुछ महीनों के लिए आलसी बन
दूर -दूर तक न आइए नज़र

नूरफातिमा खातून” नूरी”
१२/४/२०२०

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
3 Likes · 409 Views

Books from नूरफातिमा खातून नूरी

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