Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2024 · 1 min read

मुक्तक – यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।

मुक्तक

यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
यूं ही सपनों में भी कोई आता है क्या।
दिल से दिल का है रिश्ता बना आपसे,
वर्ना दिल में कोई आता जाता है क्या।

……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी

Language: Hindi
81 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

******
******" दो घड़ी बैठ मेरे पास ******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मोहब्बत ने तेरी मुझे है सँवारा
मोहब्बत ने तेरी मुझे है सँवारा
singh kunwar sarvendra vikram
क्या ?
क्या ?
Dinesh Kumar Gangwar
किसका  हम शुक्रिया करें,
किसका हम शुक्रिया करें,
sushil sarna
टूट गया हूं शीशे सा,
टूट गया हूं शीशे सा,
Umender kumar
एक छाया
एक छाया
Buddha Prakash
करवा चौथ
करवा चौथ
Sudhir srivastava
भिंडी ने रपट लिखाई (बाल कविता )
भिंडी ने रपट लिखाई (बाल कविता )
Ravi Prakash
'नशा नाश का कारण'
'नशा नाश का कारण'
Godambari Negi
🙅शाश्वत सत्य🙅
🙅शाश्वत सत्य🙅
*प्रणय*
बसंत
बसंत
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
ଏହା କୌଣସି ପ୍ରଶ୍ନ ନୁହେଁ, ଏହା ଏକ ଉତ୍ତର ।
ଏହା କୌଣସି ପ୍ରଶ୍ନ ନୁହେଁ, ଏହା ଏକ ଉତ୍ତର ।
Otteri Selvakumar
भगवान शिव शंभू की स्तुति
भगवान शिव शंभू की स्तुति
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सपनों के गीत
सपनों के गीत
श्रीकृष्ण शुक्ल
dr arun kumar shastri -you are mad for a job/ service - not
dr arun kumar shastri -you are mad for a job/ service - not
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है
एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है
प्रेमदास वसु सुरेखा
कर्महीनता
कर्महीनता
Dr.Pratibha Prakash
3957.💐 *पूर्णिका* 💐
3957.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
Dr fauzia Naseem shad
अफसाना किसी का
अफसाना किसी का
surenderpal vaidya
Hello88 là nhà cái casino online nổi bật trên thị trường Với
Hello88 là nhà cái casino online nổi bật trên thị trường Với
Hello88
परेशानियों का सामना
परेशानियों का सामना
Paras Nath Jha
प्रीति निभाना
प्रीति निभाना
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
Dr. Man Mohan Krishna
"जवाब"
Dr. Kishan tandon kranti
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
Subhash Singhai
यदि आपका दिमाग़ ख़राब है तो
यदि आपका दिमाग़ ख़राब है तो
Sonam Puneet Dubey
पहचान लेता हूँ उन्हें पोशीदा हिज़ाब में
पहचान लेता हूँ उन्हें पोशीदा हिज़ाब में
Shreedhar
मौन की भाषा
मौन की भाषा
Ritu Asooja
अस्तु
अस्तु
Ashwani Kumar Jaiswal
Loading...