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24 May 2022 · 1 min read

मुकरिया__ चाय आसाम वाली

प्रातः उठने और जगने के बीच
अलसाई सी, कुछ तो बात है
उसे होठों से लगाते ही
नींद की खुमारी
भाग जाती, ना मिले तो
बड़ा तड़पाती
मित्र! कौन है वो प्रिया, हसरतों वाली
नहीं मित्र, वो तो है
चाय ……. आसाम वाली!
__मनु वाशिष्ठ
चित्र साभार_गूगल

Language: Hindi
3 Likes · 419 Views
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