Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2024 · 1 min read

मिथिलाक बेटी

मिथिला कहि प्रेमसँ,
पाली बोल, बुट्टी संजीवनी,
तोअ छै महिलाक नारि ,
सप्पन केर अधिकारी ।

चूड़ीक खनकमे ,बसल अहि ,
बिन्दीक लालीसे सुशोभित,
गंगाजलक पवित्र धारा सन.
सभ डेग पर जीवित अहि।

सरस्वतीक पुत्री अहि ।
जेना लक्ष्मीक उपहार अहि,
सभ घर इजोत करैत अहि,
खुशीक अँजोर अनमोल अहि।

मिथिलाक माटिक सुगंध रहै,
अहिक प्रेममे डूबल रागिनी,
तोरे से प्रिये घर परिवार
धड़कन सभ मधुर पाली अहि ।

श्रीहर्ष —–

Language: Maithili
75 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

शेर
शेर
Abhishek Soni
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
Rituraj shivem verma
डर किस बात का
डर किस बात का
Surinder blackpen
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
Rajesh Kumar Arjun
आदमी और मच्छर
आदमी और मच्छर
Kanchan Khanna
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जो प्राप्त न हो
जो प्राप्त न हो
Sonam Puneet Dubey
जय हो जनता राज की
जय हो जनता राज की
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
నీవే మా రైతువి...
నీవే మా రైతువి...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
परिस्थितीजन्य विचार
परिस्थितीजन्य विचार
Shyam Sundar Subramanian
*लव इज लाईफ*
*लव इज लाईफ*
Dushyant Kumar
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Mamta Singh Devaa
dont force anyone to choose me, you can find something bette
dont force anyone to choose me, you can find something bette
पूर्वार्थ
" प्यार के रंग" (मुक्तक छंद काव्य)
Pushpraj Anant
"मैं आज़ाद हो गया"
Lohit Tamta
दोस्तों, जब जीवन में कुछ अच्छा होने वाला होता है तो अक्सर ऐस
दोस्तों, जब जीवन में कुछ अच्छा होने वाला होता है तो अक्सर ऐस
Piyush Goel
23/169.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/169.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जब पता चलेगा तुमको,
जब पता चलेगा तुमको,
Buddha Prakash
*बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह*
*बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कानून?
कानून?
nagarsumit326
#एक गुनाह#
#एक गुनाह#
Madhavi Srivastava
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
व्यंग्य एक अनुभाव है +रमेशराज
व्यंग्य एक अनुभाव है +रमेशराज
कवि रमेशराज
गीतिका :- हमें सताने वाले
गीतिका :- हमें सताने वाले
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"हमारी खामी"
Yogendra Chaturwedi
अश्क़ आँखों  तक आ गये तो इन्हें बहने दो।
अश्क़ आँखों तक आ गये तो इन्हें बहने दो।
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
शेर-
शेर-
*प्रणय*
*ज़िन्दगी*
*ज़िन्दगी*
Pallavi Mishra
Even If I Ever Died
Even If I Ever Died
Manisha Manjari
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Loading...