Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2022 · 1 min read

माफी मैं नहीं मांगता

शीर्षक – माफी मैं नहीं मांगता
——————————————————
नहीं करता अफसोस मैं,
क्योंकि मुझको विश्वास है,
मुजरिम सिर्फ मैं ही नहीं हूँ,
शर्म उनमें भी तो हो कुछ,
माफी मैं नहीं मांगता।

गुनाह सिर्फ मैंने ही नहीं छुपाया,
सच्चाई उन्होंने भी तो दबाई है,
पाने को प्रशंसा सभी दिलों से,
और जीतने को बाजी अपनी,
मैंने भी दबा दिये अपने पाप,
माफी मैं नहीं मांगता।

हाँ, उनकी पहुंच है वजीर तक,
और मैं हूँ एक अनजान चेहरा,
जैसे कि वो सोते हैं फूलों पर,
ऐसे ही मैंने भी खरीद लिया,
एक बाग अपने आराम के लिए,
नहीं चुकाकर ऋण बैंक का,
इसमें अब मेरी क्या खता है,
माफी मैं नहीं मांगता।

उनको मालूम है हकीकत मेरी,
याद है उनको मेरे अहसान भी,
कैसे जी रहा हूँ मैं वतन में,
लेकिन नहीं बेचा है मैंने,
सच में अपना यह वतन,
जैसे कि उन्होंने बेचा है,
अपना देश और जमीर,
ऐसे में गुनाहगार मैं नहीं,
माफी मैं नहीं मांगता।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

Language: Hindi
1 Comment · 214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
✍️बहन भाई की सलामती चाहती है✍️
✍️बहन भाई की सलामती चाहती है✍️
'अशांत' शेखर
जनक छन्द के भेद
जनक छन्द के भेद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
महान है मेरे पिता
महान है मेरे पिता
gpoddarmkg
#ग़ज़ब
#ग़ज़ब
*Author प्रणय प्रभात*
कर्म प्रधान
कर्म प्रधान
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
खेल सारा वक्त का है _
खेल सारा वक्त का है _
Rajesh vyas
आह! भूख और गरीबी
आह! भूख और गरीबी
Dr fauzia Naseem shad
इश्क में तन्हाईयां बहुत है।
इश्क में तन्हाईयां बहुत है।
Taj Mohammad
सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश
सहेजे रखें संकल्प का प्रकाश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मोबाईल की लत
मोबाईल की लत
शांतिलाल सोनी
प्रश्न चिन्ह
प्रश्न चिन्ह
Shyam Sundar Subramanian
प्रिय अटल जी
प्रिय अटल जी
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
दिल्ली की कहानी मेरी जुबानी [हास्य व्यंग्य! ]
दिल्ली की कहानी मेरी जुबानी [हास्य व्यंग्य! ]
Anamika Singh
मधुमास
मधुमास
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
संस्कार संयुक्त परिवार के
संस्कार संयुक्त परिवार के
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
प्रेम
प्रेम
पंकज कुमार कर्ण
जलते हुए सवाल
जलते हुए सवाल
Shekhar Chandra Mitra
आंधियां आती हैं सबके हिस्से में, ये तथ्य तू कैसे भुलाता है?
आंधियां आती हैं सबके हिस्से में, ये तथ्य तू कैसे भुलाता है?
Manisha Manjari
लौट आओ ना
लौट आओ ना
VINOD KUMAR CHAUHAN
बिस्तर से आशिकी
बिस्तर से आशिकी
Buddha Prakash
मन से चाहे बिना मनचाहा नहीं पा सकते।
मन से चाहे बिना मनचाहा नहीं पा सकते।
Dr. Pradeep Kumar Sharma
राहों में उनके कांटे बिछा दिए
राहों में उनके कांटे बिछा दिए
Tushar Singh
ज़रूरी थोड़ी है
ज़रूरी थोड़ी है
A.R.Sahil
*धन्य-धन्य वह जीवन जो, श्री राम-नाम भज जीता है 【मुक्तक】*
*धन्य-धन्य वह जीवन जो, श्री राम-नाम भज जीता है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
जन्मदिन कन्हैया का
जन्मदिन कन्हैया का
Jayanti Prasad Sharma
मृत्यु
मृत्यु
AMRESH KUMAR VERMA
कोरोना काल
कोरोना काल
कवि आशीष सिंह"अभ्यंत
प्रेम
प्रेम
विमला महरिया मौज
नमस्ते! रीति भारत की,
नमस्ते! रीति भारत की,
Neelam Sharma
Loading...