“मानसिक रोगी”
पत्नी की तकलीफ ही पति को दिखाई नहीं देती, बाकी प्रेमिका की तकलीफ में सारा जहां सिर उठा लेते हैं।
घंटो बातें करते हुए उसके दुखों का निदान किया जाता है, पत्नी को छोड़ दिया जाता है कोने में सड़ने।
अभिमन्यु पांडव के बारे में तो सुना होगा आपने जिनके लिए चक्रव्यूह रचा गया था,
लेकिन कुछ पत्नियों के हिस्से में आते हैं बहुत ही गंदे चक्रव्यूह और साजिशें।
कौन सी खुशी देती है यह प्रेमिका जो पत्नी नहीं दे पाती, घर की इज्जत से लेकर हर जिम्मेदारियां निभाते हुए भी तिरस्कार का फल भोगती हैं।
सिर्फ दिखावा मिलता है पत्नी के हिस्से
और प्रेमिका को समय, पैसा, शरीर, ऊर्जा से खुश रखा जाता है एहसास दिलाया जाता है कि भगवान का प्रसाद है तू ।
पत्नी तो सिर्फ मानसिक रोगी है ऐसी रोगी जिसे अपने पति का समय चाहिए रहता है ऐसी रोगी जो पति का प्यार पा लेंने से खुश हो जाती है ऐसी मानसिक रोगी जो अपने बच्चे और पति के लिए जीती है।
यह प्रेमिका कैसी चरित्रवान होती है, जिस पर पति हर रूप में समर्पित रहता है।
पत्नी रोगी ही नजर आती है चाहे बात अपने हक के लिए करें, अपने विश्वास को टूटने से बचाने के लिए करें हर रूप में रोगी है।
हां ऐसी पत्नियां मानसिक रोगी, बीमार होती है और उसका कारण होते हैं ऐसे ही महान, उच्च, उज्जवल चरित्रवान पति।
जिंदगी के कुछ पलों में अगर पत्नी का साथ ना मिले तो क्या तुम दूसरी, तीसरी ढूंढने निकल जाओगे और उन्हीं पलों को ढूंढते हुए पत्नी निकल पड़े तो चरित्रहीन बतलाओगे।