Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Dec 2022 · 1 min read

मानव मूल्य

व्यवहार सोच नजरिया, मानव मूल्य बनाते हैं
परिष्कृत कर जीवन, गरिमामय सार्थक बनाते हैं
उचित-अनुचित वांछित अवांछित, करणीय अकरणीय हमें बताते हैं
मानव मूल्य ही मानव को लक्ष तक पहुंचाते हैं
मानव मूल्यों से ही, व्यक्ति परिवार समाज और देश की पहचान है
मानव मूल्यों से ही, भारतीय संस्कृति और समाज की पहचान है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

1 Like · 271 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
Lokesh Sharma
" वो क़ैद के ज़माने "
Chunnu Lal Gupta
3035.*पूर्णिका*
3035.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
याद आते हैं
याद आते हैं
Juhi Grover
जुबां
जुबां
Sanjay ' शून्य'
नैन
नैन
TARAN VERMA
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
Sonam Puneet Dubey
दोहा छंद विधान
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
कृष्णकांत गुर्जर
प्रेम का सौदा कभी सहानुभूति से मत करिए ....
प्रेम का सौदा कभी सहानुभूति से मत करिए ....
पूर्वार्थ
बेईमानी का फल
बेईमानी का फल
Mangilal 713
पते की बात - दीपक नीलपदम्
पते की बात - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
कृष्ण जी के जन्म का वर्णन
कृष्ण जी के जन्म का वर्णन
Ram Krishan Rastogi
धर्म
धर्म
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
रावण का परामर्श
रावण का परामर्श
Dr. Harvinder Singh Bakshi
दो रंगों में दिखती दुनिया
दो रंगों में दिखती दुनिया
कवि दीपक बवेजा
राखी की यह डोर।
राखी की यह डोर।
Anil Mishra Prahari
◆धर्म-गीत
◆धर्म-गीत
*प्रणय प्रभात*
वर्तमान
वर्तमान
Kshma Urmila
वैज्ञानिक युग और धर्म का बोलबाला/ आनंद प्रवीण
वैज्ञानिक युग और धर्म का बोलबाला/ आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
*लय में होता है निहित ,जीवन का सब सार (कुंडलिया)*
*लय में होता है निहित ,जीवन का सब सार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
हमसे ये ना पूछो कितनो से दिल लगाया है,
हमसे ये ना पूछो कितनो से दिल लगाया है,
Ravi Betulwala
बेवक़ूफ़
बेवक़ूफ़
Otteri Selvakumar
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
gurudeenverma198
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
Ramnath Sahu
फ़ैसले का वक़्त
फ़ैसले का वक़्त
Shekhar Chandra Mitra
अनोखा देश है मेरा ,    अनोखी रीत है इसकी।
अनोखा देश है मेरा , अनोखी रीत है इसकी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
इस दुनिया में किसी भी व्यक्ति को उसके अलावा कोई भी नहीं हरा
इस दुनिया में किसी भी व्यक्ति को उसके अलावा कोई भी नहीं हरा
Devesh Bharadwaj
छोटी सी बात
छोटी सी बात
Shashi Mahajan
Loading...