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14 Feb 2023 · 1 min read

माँ

सासू मां

माँ तुम मेरे जीवन में
नव अरुणोदय सी
तुम ही जीवन की आशा हो
तुम से ही सारा घर रोशन है
सुख दुख की साथी हो
पराई बेटी को अपनाया
ममत्व अपना हम पर लुटाया
निश्चल प्रेम की सरल घार हो
बूढ़े बरगद सी घनी छांव हो
आज हमारी सर्वस्व तुम ही हो
होंठों पर मुस्कान सजा कर
हम पर दुलार लुटाती हो
अपने दुख आँखों की कोरो में छुपाती हो
मां तेरे आंचल की छांह में बच्चे खेले हैं
नित उन पर अपना प्यार उड़ेली हो
आप के जीवन में बार बार यह दिन आए
लाखों फूल मोहब्बत के खिलाएं

Language: Hindi
Tag: Poem
81 Views
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