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22 Oct 2022 · 1 min read

माँ धनलक्ष्मी

धनलक्ष्मी की हो कृपा, भरे देश भंडार
रहे सदा ही संपदा, बरसे कुबेर धार ।
बरसे कुबेर धार, राष्ट्र बने धनवान
रहे सदा ही आगे हिंदराष्ट्र हमेशा
विष्णु सिरमौर रहे अर्थव्यवस्था अपनी
स्वर्ण धान भंडार भर दे माँ धनलक्ष्मी।

-विष्णु प्रसाद ‘पाँचोटिया’

Language: Hindi
4 Likes · 1 Comment · 80 Views
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