Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।

माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।
बड़े खुशनसीब है वो जिनके भाग्य में माँ की भक्ति है।।।
– लक्ष्मी सिंह

1 Like · 206 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
*सर्दी में बरसात (कुंडलिया)*
*सर्दी में बरसात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
किछ पन्नाके छै ई जिनगीहमरा हाथमे कलम नइँमेटाैना थमाएल गेल अछ
किछ पन्नाके छै ई जिनगीहमरा हाथमे कलम नइँमेटाैना थमाएल गेल अछ
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
*खामोशी अब लब्ज़ चाहती है*
*खामोशी अब लब्ज़ चाहती है*
Shashi kala vyas
असली गुनहगार
असली गुनहगार
Shekhar Chandra Mitra
Speak with your work not with your words
Speak with your work not with your words
Nupur Pathak
💐प्रेम कौतुक-483💐
💐प्रेम कौतुक-483💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
~~🪆 *कोहबर* 🪆~~
~~🪆 *कोहबर* 🪆~~
सुरेश अजगल्ले"इंद्र"
काँटा और गुलाब
काँटा और गुलाब
Anamika Singh
ఓ యువత మేలుకో..
ఓ యువత మేలుకో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
"प्रेम के पानी बिन"
Dr. Kishan tandon kranti
#दीनता_की_कहानी_कहूँ_और_क्या....!!
#दीनता_की_कहानी_कहूँ_और_क्या....!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
हमारा तिरंगा
हमारा तिरंगा
ओनिका सेतिया 'अनु '
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
Taj Mohammad
ख़ाक हुए अरमान सभी,
ख़ाक हुए अरमान सभी,
Arvind trivedi
कोई अफ़सोस फिर नहीं होता
कोई अफ़सोस फिर नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
कौतूहल एवं जिज्ञासा
कौतूहल एवं जिज्ञासा
Shyam Sundar Subramanian
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
" पहला खत "
Aarti sirsat
मातृस्वरूपा प्रकृति
मातृस्वरूपा प्रकृति
ऋचा पाठक पंत
✍️
✍️"हैप्पी बर्थ डे पापा"✍️
'अशांत' शेखर
क्या कहती है तस्वीर
क्या कहती है तस्वीर
Surinder blackpen
G27
G27
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माँ
माँ
meena singh
'क्यों' (हिन्दी ग़ज़ल)
'क्यों' (हिन्दी ग़ज़ल)
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अगर एक बार तुम आ जाते
अगर एक बार तुम आ जाते
Ram Krishan Rastogi
ISBN-978-1-989656-10-S    ebook
ISBN-978-1-989656-10-S ebook
Rashmi Sanjay
■ हम धनुर्धर....
■ हम धनुर्धर....
*Author प्रणय प्रभात*
पल भर फासला है
पल भर फासला है
Ansh
बचपन
बचपन
Dr. Seema Varma
चाय (Tea)
चाय (Tea)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...