Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2023 · 1 min read

“माँ की छवि”

माँ मेरी ब्रह्मांण्ड हैं, माँ मेरी जहान हैं,
माँ ने मझको जन्म दिया,माँ मेरी महान हैं।

माँ सुख दुख सहकर,मुझको प्यार से पाली हैं,
माँ के जैसा कौन यहाँ, माँ की बात निराली हैं।

माँ कितना हिम्मत करती हैं,माँ मेरी तो धरती हैं,
सब कुछ हस कर सहती हैं,फिर भी वो चुप रहती हैं।

माँ की बोली मीठी हैं ,जैसे शहद की प्याली हैं,
माँ का मन चंदन सा हैं, स्नेह का अमृत बरसाती हैं।

माँ के आंचल का सुख हैं,आंगन वो महकाती हैं,
माँ ममता की सागर हैं ,करूणा की वो गागर हैं।

माँ का हृदय विशाल हैं,खुशियों की वो बगिया हैं,
माँ की एक मैं छवि हूं, जो उनके प्यार की दरिया हैं।

माँ मेरी तो वो दौलत हैं, जो मैं उनकी बदौलत हूं,
माँ तो मेरी अनंत रूपी, मैं भूल नही उनको सकती।

माँ मेरे हृदय तल पर एक तेरी मूरत है,
मेरे पूजा के मंदिर में माँ तेरी एक सूरत है।

लेखिका:- एकता श्रीवास्तव।
प्रयागराज✍️

Language: Hindi
Tag: माँ
2 Likes · 172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गर्म साँसें,जल रहा मन / (गर्मी का नवगीत)
गर्म साँसें,जल रहा मन / (गर्मी का नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
असली नशा
असली नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
■ एक गुज़ारिश
■ एक गुज़ारिश
*Author प्रणय प्रभात*
देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा
देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
श्याम सिंह बिष्ट
तारीफ़ क्या करू तुम्हारे शबाब की
तारीफ़ क्या करू तुम्हारे शबाब की
Ram Krishan Rastogi
हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है,
हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है,
Umender kumar
पैसा होय न जेब में,
पैसा होय न जेब में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कृष्णा आप ही...
कृष्णा आप ही...
Seema 'Tu hai na'
*पद्म विभूषण स्वर्गीय गुलाम मुस्तफा खान साहब से दो मुलाकातें*
*पद्म विभूषण स्वर्गीय गुलाम मुस्तफा खान साहब से दो मुलाकातें*
Ravi Prakash
ज़िंदगी कब उदास करती है
ज़िंदगी कब उदास करती है
Dr fauzia Naseem shad
प्रयत्न लाघव और हिंदी भाषा
प्रयत्न लाघव और हिंदी भाषा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दूजी खातून का
दूजी खातून का
Satish Srijan
हद हुईं कबतक भला तुम आप ही छलते रहोगे।।
हद हुईं कबतक भला तुम आप ही छलते रहोगे।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सच की क़ीमत
सच की क़ीमत
Shekhar Chandra Mitra
संघर्ष बिना कुछ नहीं मिलता
संघर्ष बिना कुछ नहीं मिलता
Shriyansh Gupta
नकलची बच्चा
नकलची बच्चा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
✍️गूगल है...
✍️गूगल है...
'अशांत' शेखर
पीड़ित करती न तलवार की धार उतनी जितनी शब्द की कटुता कर जाती
पीड़ित करती न तलवार की धार उतनी जितनी शब्द की कटुता कर जाती
नव लेखिका
मैं और मांझी
मैं और मांझी
Saraswati Bajpai
💐अज्ञात के प्रति-28💐
💐अज्ञात के प्रति-28💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
Kumar lalit
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
Prakash Chandra
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
Neelam Sharma
आये हो मिलने तुम,जब ऐसा हुआ
आये हो मिलने तुम,जब ऐसा हुआ
gurudeenverma198
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
वाणी का माधुर्य और मर्यादा
वाणी का माधुर्य और मर्यादा
Paras Nath Jha
करुणा का भाव
करुणा का भाव
shekhar kharadi
Tum bina bole hi sab kah gye ,
Tum bina bole hi sab kah gye ,
Sakshi Tripathi
अंध विश्वास - मानवता शर्मसार
अंध विश्वास - मानवता शर्मसार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...