Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2024 · 1 min read

माँ और बेटी.. दोनों एक ही आबो हवा में सींचे गए पौधे होते हैं

माँ और बेटी.. दोनों एक ही आबो हवा में सींचे गए पौधे होते हैं….जो दुःख माँ सहती है..वही बेटी भी सहती है..

126 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all

You may also like these posts

दुख हरयो दुखभंजणी, सेवक करी सहाय।
दुख हरयो दुखभंजणी, सेवक करी सहाय।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जलती बाती प्रेम की,
जलती बाती प्रेम की,
sushil sarna
मुझे लगता था किसी रिश्ते को निभाने के लिए
मुझे लगता था किसी रिश्ते को निभाने के लिए
पूर्वार्थ
ये बीते हूये कल
ये बीते हूये कल
Shinde Poonam
सुनोगे तो बताएंगे (ग़ज़ल)
सुनोगे तो बताएंगे (ग़ज़ल)
Dushyant Kumar Patel
"इस दुनिया में"
Dr. Kishan tandon kranti
शीत लहर
शीत लहर
Madhu Shah
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
Mahender Singh
-: चंद्रयान का चंद्र मिलन :-
-: चंद्रयान का चंद्र मिलन :-
Parvat Singh Rajput
हम मुस्कुराते हैं...
हम मुस्कुराते हैं...
हिमांशु Kulshrestha
लाख बड़ा हो वजूद दुनियां की नजर में
लाख बड़ा हो वजूद दुनियां की नजर में
शेखर सिंह
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण
Anil Kumar Mishra
जो बिछड़ गए हैं,
जो बिछड़ गए हैं,
Meera Thakur
बे'वजह - इंतज़ार कर लेते।
बे'वजह - इंतज़ार कर लेते।
Dr fauzia Naseem shad
मुस्कुराहटे जैसे छीन सी गई है
मुस्कुराहटे जैसे छीन सी गई है
Harminder Kaur
भगवा रंग छाएगा
भगवा रंग छाएगा
Anamika Tiwari 'annpurna '
गणित की ख़ोज
गणित की ख़ोज
Dr. Vaishali Verma
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
घर आ जाओ अब महारानी (उपालंभ गीत)
घर आ जाओ अब महारानी (उपालंभ गीत)
गुमनाम 'बाबा'
ये राम कृष्ण की जमीं, ये बुद्ध का मेरा वतन।
ये राम कृष्ण की जमीं, ये बुद्ध का मेरा वतन।
सत्य कुमार प्रेमी
Monday Morning!
Monday Morning!
R. H. SRIDEVI
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
भारत में बेरोजगारी और महंगाई की दर दिन ब दिन बढ़ती जा रही है
भारत में बेरोजगारी और महंगाई की दर दिन ब दिन बढ़ती जा रही है
Rj Anand Prajapati
হনুমানকে নিয়ে লেখা কবিতা
হনুমানকে নিয়ে লেখা কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
■ध्यान रखना■
■ध्यान रखना■
*प्रणय*
माँ का आँचल
माँ का आँचल
Indu Nandal
*नए दौर में*
*नए दौर में*
Shashank Mishra
:===:बेवफ़ा प्रेमी:===:
:===:बेवफ़ा प्रेमी:===:
Prabhudayal Raniwal
आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना
आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना
Atul "Krishn"
Loading...