Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Mar 2023 · 1 min read

महिला दिवस पर एक व्यंग

महिला दिवस पर एक व्यंग
महिला दिवस मना रहीं पत्नी, पति हो गया मौन ।
पानी तक माँगा नहीं, आज सुनेगा कौन।।
आज सुनेगा कौन, मौन ब्रत धरो आज तुम ।
चौका बर्तन झाड़ू पोछा करो आज तुम ।।
पतियों मानो बात, करो ना आनाकानी ।
वर्ना हफ्तों बंद रहेगा दाना-पानी ।।
कह कश्यप कविराय, हे प्रभो आज बचालो ।
घर में जो मिल जाय उसी से काम चलालो ।।

65 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
चाँदनी
चाँदनी
नन्दलाल सुथार "राही"
रूठे लफ़्ज़
रूठे लफ़्ज़
Alok Saxena
महंगाई नही बढ़ी खर्चे बढ़ गए है
महंगाई नही बढ़ी खर्चे बढ़ गए है
Ram Krishan Rastogi
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
Maroof aalam
सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है।
सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है।
नेताम आर सी
आज फिर किसी की बातों ने बहकाया है मुझे,
आज फिर किसी की बातों ने बहकाया है मुझे,
Vishal babu (vishu)
हम है वतन के।
हम है वतन के।
Taj Mohammad
गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला
गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
"सूनी मांग" पार्ट-2 कहानी लेखक: राधाकिसन मूंदड़ा, सूरत, गुजरात!
Radhakishan Mundhra
#आज_की_बात
#आज_की_बात
*Author प्रणय प्रभात*
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची  हैं उड़ाने,
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची हैं उड़ाने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बेटियाँ
बेटियाँ
लक्ष्मी सिंह
हूं बहारों का मौसम
हूं बहारों का मौसम
साहित्य गौरव
नारी तुम
नारी तुम
Anju ( Ojhal )
💐अज्ञात के प्रति-17💐
💐अज्ञात के प्रति-17💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
संध्या वंदन कीजिए,
संध्या वंदन कीजिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पिता एक सूरज
पिता एक सूरज
डॉ. शिव लहरी
वो सुहानी शाम
वो सुहानी शाम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
2298.पूर्णिका
2298.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मुसलसल ठोकरो से मेरा रास्ता नहीं बदला
मुसलसल ठोकरो से मेरा रास्ता नहीं बदला
कवि दीपक बवेजा
फिर भी तो बाकी है
फिर भी तो बाकी है
gurudeenverma198
पिता मेंरे प्राण
पिता मेंरे प्राण
Arti Bhadauria
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
DESH RAJ
Have faith in your doubt
Have faith in your doubt
AJAY AMITABH SUMAN
वचन मांग लो, मौन न ओढ़ो
वचन मांग लो, मौन न ओढ़ो
Shiva Awasthi
सच्चाई के खड़ा पक्ष में, मैं निष्पक्ष नहीं हूँ( मुक्तक)
सच्चाई के खड़ा पक्ष में, मैं निष्पक्ष नहीं हूँ( मुक्तक)
Ravi Prakash
जो भी आ जाएंगे निशाने में।
जो भी आ जाएंगे निशाने में।
सत्य कुमार प्रेमी
मतिभ्रष्ट
मतिभ्रष्ट
Shyam Sundar Subramanian
मन की भाषा
मन की भाषा
Satish Srijan
संसार चलाएंगी बेटियां
संसार चलाएंगी बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
Loading...