Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jan 2023 · 1 min read

मसखरा कहीं सो गया

जो आया है वह जाएगा,
कोई कुछ भी न कर पायेगा।
सुख के साधन चहे जितने हों,
चाहने वाले भी कितने हों।

रुतवा कितना हो भारी,
पर मौत से किसी की न यारी।
खुद को चिर निद्रा सुला गया,
राजू कितनों को रुला गया।

देखो मसखरा कहीं सो गया,
कोई कोना सुना हो गया।
जोकर इतना जो कर गया,
फलतः सबका दिल भर गया।

अब महफ़िल कौन सजायेगा,
कोई है जो अब न हंसाएगा।
श्मशान में वह सो जाएगा,
राजू तू बहुत याद आएगा।

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 61 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
तुम से सुबह, तुम से शाम,
तुम से सुबह, तुम से शाम,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तू होती तो
तू होती तो
Satish Srijan
#सुप्रभात
#सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
#ग़ज़ल / #कुछ_दिन
#ग़ज़ल / #कुछ_दिन
*Author प्रणय प्रभात*
💐अज्ञात के प्रति-48💐
💐अज्ञात के प्रति-48💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अस्पताल
अस्पताल
Dr. Rajiv
इश्क़ ला हासिल का हासिल कुछ नहीं
इश्क़ ला हासिल का हासिल कुछ नहीं
shabina. Naaz
तेरी नादाँ समझ को समझा दे अभी मैं ख़ाक हुवा नहीं
तेरी नादाँ समझ को समझा दे अभी मैं ख़ाक हुवा नहीं
'अशांत' शेखर
" जब तुम्हें प्रेम हो जाएगा "
Aarti sirsat
खुशी के माहौल में दिल उदास क्यों है,
खुशी के माहौल में दिल उदास क्यों है,
कवि दीपक बवेजा
द्विराष्ट्र सिद्धान्त के मुख्य खलनायक
द्विराष्ट्र सिद्धान्त के मुख्य खलनायक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
क्षितिज
क्षितिज
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
गुजरे वक्त के सबक से
गुजरे वक्त के सबक से
Dimpal Khari
ज़िंदगी तेरे सवालों के
ज़िंदगी तेरे सवालों के
Dr fauzia Naseem shad
चलती है जिन्दगी
चलती है जिन्दगी
डॉ. शिव लहरी
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
Ms.Ankit Halke jha
मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया
मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया
अनुराग दीक्षित
विश्व पृथ्वी दिवस (22 अप्रैल)
विश्व पृथ्वी दिवस (22 अप्रैल)
डॉ.सीमा अग्रवाल
बसंत
बसंत
नूरफातिमा खातून नूरी
आपकी इस मासूमियत पर
आपकी इस मासूमियत पर
gurudeenverma198
सारी हदों को तोड़कर कबूला था हमने तुमको।
सारी हदों को तोड़कर कबूला था हमने तुमको।
Taj Mohammad
राम-राज्य
राम-राज्य
Shekhar Chandra Mitra
फटमारा (कुंडलिया)*
फटमारा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Kabhi kabhi hum
Kabhi kabhi hum
Sakshi Tripathi
लौटना मुश्किल होता है
लौटना मुश्किल होता है
Saraswati Bajpai
एक दिवा रोएगी दुनिया
एक दिवा रोएगी दुनिया
AMRESH KUMAR VERMA
201…. देवी स्तुति (पंचचामर छंद)
201…. देवी स्तुति (पंचचामर छंद)
Rambali Mishra
अबला नारी
अबला नारी
Buddha Prakash
किस्मत की लकीरों पे यूं भरोसा ना कर
किस्मत की लकीरों पे यूं भरोसा ना कर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
If you migrate to search JOBS
If you migrate to search JOBS
Ankita Patel
Loading...