Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2023 · 1 min read

मम्मी की डांट फटकार

अगर आपकी मां बहुत ज्यादा डांट फटकार लगाती है और हर बात में रोक-टोक करती है तो चिंता करने की कोई बात नहीं है ऐसा हम मानते हैं कि जिन लड़के व लड़कियों की मां उनकी हर निर्णय में दखल देती है उन लड़के बा लड़कियों का जीवन आगे चलकर अच्छा रहता है यह शोध हम मानते हैं जो हमने स्वयं पर एक्सपेरिमेंट किया है यह अध्ययन 6 साल तक 15000 लड़के लड़कियों पर स्वयं किया गया है जिस उम्र में यानी 11 से 15 साल के बीच अगर मां अपने बच्चों को डांटती है तो बच्चों में उन बच्चों की अपेक्षा जिनके बीच उनकी मॉम दखल नहीं देती और बच्चे उनके आपे से बाहर होते चले जाते हैं बे बच्चे अगर मां का कहना बा उनसे अच्छा वाला खौफ खाते हैं तो निश्चित है कि उनके बच्चे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है और जो बच्चे रिस्पेक्ट अपने मॉम डैड को देते हैं वह आगे चलकर अपने गुरुओं तथा अपने सहपाठियों के सात अच्छा प्रदर्शन कर पाते हैं जिससे समाज व समाज में रह रहे लोग उन्हें अच्छे भाव से रीट करते हैं……..✍️
अंकित झा
एम.एससी.बॉटनी⚘️

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
umesh mehra
कम से कम दो दर्जन से ज़्यादा
कम से कम दो दर्जन से ज़्यादा
*Author प्रणय प्रभात*
इजाज़त
इजाज़त
डी. के. निवातिया
बाल दिवस पर मेरी कविता
बाल दिवस पर मेरी कविता
तरुण सिंह पवार
माँ
माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-464💐
💐प्रेम कौतुक-464💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
भक्ति -गजल
भक्ति -गजल
rekha mohan
अब हम रोबोट हो चुके हैं 😢
अब हम रोबोट हो चुके हैं 😢
Rohit yadav
दो शे' र
दो शे' र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
विचारमंच भाग -2
विचारमंच भाग -2
Rohit Kaushik
"पैसा"
Dr. Kishan tandon kranti
दया करो भगवान
दया करो भगवान
Buddha Prakash
शबे- फित्ना
शबे- फित्ना
मनोज कुमार
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
धर्म
धर्म
पंकज कुमार कर्ण
तुम रट गये  जुबां पे,
तुम रट गये जुबां पे,
Satish Srijan
ऐसे इंसानों से नहीं कोई फायदा
ऐसे इंसानों से नहीं कोई फायदा
gurudeenverma198
Bahut hui lukka chhipi ,
Bahut hui lukka chhipi ,
Sakshi Tripathi
Never Run
Never Run
Dr. Rajiv
उसको भी प्यार की ज़रूरत है
उसको भी प्यार की ज़रूरत है
Aadarsh Dubey
आया होली का त्यौहार
आया होली का त्यौहार
Ram Krishan Rastogi
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
श्याम सिंह बिष्ट
तानाशाहों का हश्र
तानाशाहों का हश्र
Shekhar Chandra Mitra
क्या ग़लत मैंने किया
क्या ग़लत मैंने किया
Surinder blackpen
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
वीर तुम बढ़े चलो!
वीर तुम बढ़े चलो!
Divya Mishra
सितम फिरदौस ना जानो
सितम फिरदौस ना जानो
प्रेमदास वसु सुरेखा
यकीन
यकीन
Sidhartha Mishra
फीसों का शूल : उमेश शुक्ल के हाइकु
फीसों का शूल : उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...