Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

*मन राह निहारे हारा*

कब आओगे, कब आओगे, कब आओगे साजन!

जब आँगन में मेघ निरंतर झर-झर बरस रहे हों,
ऐसे में दो विकल हृदय मिलने को तरस रहे हों,
जब जल-थल सब एक हुए हों, धरती-अम्बर एकम,
शोर मचाता पवन चले जब छेड़-छेड़ कर हर दम
ऐसे में तुम आना प्रियतम! ऐसे में तुम आना|

कंपित हो जब देह, नेह की आशा लेकर आना,
प्रेम-मेंह की एक नवल परिभाषा लेकर आना,
लहरों से अठखेली करता चाँद कभी देखा है!
या आतुर लहरों का उठता नाद कभी देखा है!
चंदा बन के आना प्रियतम! चंदा बन के आना|

पल-प्रतिपल आकुल-व्याकुल मन, राह निहारे हारा,
तुम आये, ना पत्र मिला, ना कोई पता तुम्हारा,
फागुन बीता, बीत गया आषाढ़ कि आया सावन,
कब आओगे, कब आओगे, कब आओगे साजन!
आकर तुम मत जाना साजन! आकर तुम मत जाना|

7 Likes · 6 Comments · 1730 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Poonam Matia
View all

You may also like these posts

4647.*पूर्णिका*
4647.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
..
..
*प्रणय प्रभात*
-दीवाली मनाएंगे
-दीवाली मनाएंगे
Seema gupta,Alwar
''पढ़ा लिखा दो मुझको भी पापा ''
''पढ़ा लिखा दो मुझको भी पापा ''
शिव प्रताप लोधी
अमर रहे अमर रहेे
अमर रहे अमर रहेे
Shinde Poonam
दोहे
दोहे
navneet kamal
लेकर सांस उधार
लेकर सांस उधार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
राहें  आसान  नहीं  है।
राहें आसान नहीं है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
नफरत से होता नहीं,
नफरत से होता नहीं,
sushil sarna
यथार्थ
यथार्थ
Shashank Mishra
बदला हूं मैं
बदला हूं मैं
Sumangal Singh Sikarwar
ये ज़िंदगी फिर से एक बार ग़म दे गई!
ये ज़िंदगी फिर से एक बार ग़म दे गई!
Ajit Kumar "Karn"
मेरे दो बेटे हैं
मेरे दो बेटे हैं
Santosh Shrivastava
ସେହି ଲୋକମାନେ
ସେହି ଲୋକମାନେ
Otteri Selvakumar
ख़ुदा बताया करती थी
ख़ुदा बताया करती थी
Madhuyanka Raj
सत्य मंथन
सत्य मंथन
मनोज कर्ण
शीर्षक:-कृपालु सदा पुरुषोत्तम राम।
शीर्षक:-कृपालु सदा पुरुषोत्तम राम।
Pratibha Pandey
साधक परिवर्तन का मार्ग खोज लेते हैं, लेकिन एक क्रोधी स्वभाव
साधक परिवर्तन का मार्ग खोज लेते हैं, लेकिन एक क्रोधी स्वभाव
Ravikesh Jha
* सत्य एक है *
* सत्य एक है *
surenderpal vaidya
"नई नवेली दुल्हन"
Dr. Kishan tandon kranti
सूखा गुलाब
सूखा गुलाब
Surinder blackpen
You are the sanctuary of my soul.
You are the sanctuary of my soul.
Manisha Manjari
चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन।
चला आया घुमड़ सावन, नहीं आए मगर साजन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
दीवाना कर गया मुझे
दीवाना कर गया मुझे
Nitu Sah
संविधान का खेल
संविधान का खेल
Sudhir srivastava
कलयुग के बाजार में
कलयुग के बाजार में
gurudeenverma198
संदेश
संदेश
Shyam Sundar Subramanian
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
श्रीहर्ष आचार्य
गीत- उसी को वोट डालो तुम
गीत- उसी को वोट डालो तुम
आर.एस. 'प्रीतम'
हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
Dr.Pratibha Prakash
Loading...