Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Aug 2021 · 1 min read

मन में ग़र विश्वास रहे

सूनेपन की ऊर्जा का, ग़र प्रयोग तू सीख गया,
तो नही जरूरत है तेरे, कंधे पे कोई भी हाथ रहे।
खुद से खुद को खुद ही तुम, गीता ज्ञान सुना लेना,
होंगे निष्कण्टक, कण्टक-पथ, मन मे ग़र विश्वास रहे।

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 139 Views
You may also like:
--फेस बुक की रील--
--फेस बुक की रील--
गायक और लेखक अजीत कुमार तलवार
कभी जब ग्रीष्म ऋतु में
कभी जब ग्रीष्म ऋतु में
Ranjana Verma
तेरे होकर भी।
तेरे होकर भी।
Taj Mohammad
जीवन के दिन थोड़े
जीवन के दिन थोड़े
Satish Srijan
कोई कैसे अपने ख्वाईशो को दफनाता
कोई कैसे अपने ख्वाईशो को दफनाता
'अशांत' शेखर
*किसी फिल्म की, जीवन एक कहानी है 【हिंदी गजल/ गीतिका 】*
*किसी फिल्म की, जीवन एक कहानी है 【हिंदी गजल/ गीतिका...
Ravi Prakash
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दम घुट रहा है
दम घुट रहा है
Shekhar Chandra Mitra
एहसास दे मुझे
एहसास दे मुझे
Dr fauzia Naseem shad
इश्क तुमसे हो गया देखा सुना कुछ भी नहीं
इश्क तुमसे हो गया देखा सुना कुछ भी नहीं
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"शाश्वत"
Dr. Kishan tandon kranti
// बेटी //
// बेटी //
Surya Barman
It is not necessary to be beautiful for beauty,
It is not necessary to be beautiful for beauty,
Sakshi Tripathi
एक अलग सी दीवाली
एक अलग सी दीवाली
Rashmi Sanjay
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
■ घरेलू_वृत्तांत
■ घरेलू_वृत्तांत
*Author प्रणय प्रभात*
दिसम्बर की रातों ने बदल दिया कैलेंडर /लवकुश यादव
दिसम्बर की रातों ने बदल दिया कैलेंडर /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
कविता-शिश्कियाँ बेचैनियां अब सही जाती नहीं
कविता-शिश्कियाँ बेचैनियां अब सही जाती नहीं
Shyam Pandey
Writing Challenge- क्षमा (Forgiveness)
Writing Challenge- क्षमा (Forgiveness)
Sahityapedia
“ आलोचना ,समालोचना और विश्लेषण”
“ आलोचना ,समालोचना और विश्लेषण”
DrLakshman Jha Parimal
साजिशें ही साजिशें...
साजिशें ही साजिशें...
डॉ.सीमा अग्रवाल
बेटी
बेटी
Sushil chauhan
"देख मेरा हरियाणा"
Dr Meenu Poonia
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
Rambali Mishra
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
Pt. Brajesh Kumar Nayak
रोती 'हिंदी'-बिलखती 'भाषा'
रोती 'हिंदी'-बिलखती 'भाषा'
पंकज कुमार कर्ण
स्वयं छुरी से चीर गल, परखें पैनी धार ।
स्वयं छुरी से चीर गल, परखें पैनी धार ।
Arvind trivedi
💐💐एक मुलाकात की बात ही तो है💐💐
💐💐एक मुलाकात की बात ही तो है💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*अदब *
*अदब *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*बुंदेली दोहा बिषय- डेकची*
*बुंदेली दोहा बिषय- डेकची*
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...