Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2024 · 1 min read

मन को कर लो अपना हल्का ।

आंखो से आसू बह जाने दो,
बोझ दिल का घट जाने दो,
जग सागर से गहरा है,
मन सब का ही बहरा है,

माया जाल का पहरा है,
तृष्णा ही जड़ है मन का,
जकड़ने का काम है इसका,
भ्रम में कैसे डूब रहे हो,

दुःख दर्द को लेकर न बैठो,
गम हो तो खुल के कह दो,
अश्कों से कह दो अब तो छलको,
मन को कर लो अपना हल्का ।

दो बाते उनसे भी कह दो,
साथी जीवन का जो है सच्चा,
जीवन का अनुभव हो यदि कच्चा,
बेफिक्र हो साझा कर रास्ता।

रचनाकार –
बुद्ध प्रकाश ,
मौदहा हमीरपुर ॥

Language: Hindi
1 Like · 50 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all

You may also like these posts

यूं तेरी आदत सी हो गई है अब मुझे,
यूं तेरी आदत सी हो गई है अब मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दुल्हन ही दहेज है
दुल्हन ही दहेज है
जय लगन कुमार हैप्पी
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
अच्छे बने रहने की एक क़ीमत हमेशा चुकानी पड़ती है….क़ीमत को इ
अच्छे बने रहने की एक क़ीमत हमेशा चुकानी पड़ती है….क़ीमत को इ
पूर्वार्थ
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
ललकार भारद्वाज
🙅अनुभूत/अभिव्यक्त🙅
🙅अनुभूत/अभिव्यक्त🙅
*प्रणय*
मौहब्बत की नदियां बहा कर रहेंगे ।
मौहब्बत की नदियां बहा कर रहेंगे ।
Phool gufran
दिल मेरा एक परिंदा
दिल मेरा एक परिंदा
Sarita Shukla
कोई शक्स किताब सा मिलता ।
कोई शक्स किताब सा मिलता ।
Ashwini sharma
दो घड़ी अयन फिर बच्चा हो गया
दो घड़ी अयन फिर बच्चा हो गया
Mahesh Tiwari 'Ayan'
केवल माँ कर सकती है
केवल माँ कर सकती है
Vivek Pandey
धीरे-धीरे ढह गए,
धीरे-धीरे ढह गए,
sushil sarna
उसने  कहा जो कुछ  तो   पहले वो
उसने कहा जो कुछ तो पहले वो
shabina. Naaz
प्रेम लौट आता है
प्रेम लौट आता है
Meenakshi Bhatnagar
मैं तुम्हें यूँ ही
मैं तुम्हें यूँ ही
हिमांशु Kulshrestha
🌹🙏 Bhaj man radhe krishna 🙏 🌹
🌹🙏 Bhaj man radhe krishna 🙏 🌹
Nayan singer
चौपाई छंद - माता रानी
चौपाई छंद - माता रानी
Sudhir srivastava
दर्द
दर्द
Mansi Kadam
जीवन
जीवन
Ruchika Rai
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
4018.💐 *पूर्णिका* 💐
4018.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सुरक्षित सभी को चलने दो
सुरक्षित सभी को चलने दो
Ghanshyam Poddar
कभी-कभी डर लगता है इस दुनिया से यहां कहने को तो सब अपने हैं
कभी-कभी डर लगता है इस दुनिया से यहां कहने को तो सब अपने हैं
Annu Gurjar
अपना पीछा करते करते
अपना पीछा करते करते
Sangeeta Beniwal
कैसे भूले हिंदुस्तान ?
कैसे भूले हिंदुस्तान ?
Mukta Rashmi
जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव
जीवन शैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मजाक दुनिया के कुछ भाएं कुछ न भाएँ हैं।
मजाक दुनिया के कुछ भाएं कुछ न भाएँ हैं।
Priya princess panwar
तेरे होने से ही तो घर, घर है
तेरे होने से ही तो घर, घर है
Dr Archana Gupta
रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
आर.एस. 'प्रीतम'
योग करते जाओ
योग करते जाओ
Sandeep Pande
Loading...