Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2016 · 1 min read

मन का मीत

मन का मीत तोड़ प्रीत छोड़ अकेली चला गया,
प्यार में खोया मन रोया जीवन मेरा छला गया।

चिंता जगी आग लगी चिराग बुझा मोहब्बत का,
हुई ख़ता मिली सजा भूली जो वक़्त इबादत का।

दर्द मिला यही गिला कही हर बात उसे दिल की,
गम पीया सब्र किया खबर रही ना महफ़िल की।

दिल टुटा साजन रूठा सावन जैसे आँखे बरसी,
वो बिछड़ा संसार उजड़ा प्यार को उसके तरसी।

मिली बेवफ़ाई हुई जुदाई सुई सी चुभी मेरे तन में,
धोखा दिया छल किया पल रहा गुस्सा मेरे मन में।

गैर के वास्ते बदले रास्ते निकले झूठे उसके वादे,
तन्हा छोड़ा विश्वास तोड़ा काश समझ पाती इरादे।

कबूल सच गयी बच नयी जिंदगी की शुरुआत कर,
थी नादान सुलक्षणा मान अपना वो दौर ना याद कर।

©® सर्वाधिकार डॉ सुलक्षणा अहलावत के पास सुरक्षित हैं।

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 548 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
कविता
कविता
Shiva Awasthi
किसी के टुकड़े पर पलने से अच्छा है खुद की ठोकरें खाईं जाए।
किसी के टुकड़े पर पलने से अच्छा है खुद की ठोकरें खाईं जाए।
Rj Anand Prajapati
😊कहां रुपल्ली, कहां रुपैया😊
😊कहां रुपल्ली, कहां रुपैया😊
*प्रणय प्रभात*
बहू और बेटी
बहू और बेटी
Mukesh Kumar Sonkar
मईया के आने कि आहट
मईया के आने कि आहट
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
2475.पूर्णिका
2475.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
1
1
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आवाज मन की
आवाज मन की
Pratibha Pandey
इश्क करना
इश्क करना
Ranjeet kumar patre
*बीजेपी समर्थक सामांतर ब्रह्मांड में*🪐✨
*बीजेपी समर्थक सामांतर ब्रह्मांड में*🪐✨
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
#लापरवाही और सजगता का महत्व
#लापरवाही और सजगता का महत्व
Radheshyam Khatik
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
Shashank Mishra
इन समंदर का तसव्वुर भी क्या ख़ूब होता है,
इन समंदर का तसव्वुर भी क्या ख़ूब होता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शुक्र है, मेरी इज्जत बच गई
शुक्र है, मेरी इज्जत बच गई
Dhirendra Singh
सहज - असहज
सहज - असहज
Juhi Grover
"सफर अधूरा है"
Dr. Kishan tandon kranti
मस्ती का त्योहार है होली
मस्ती का त्योहार है होली
कवि रमेशराज
मौसम का मिजाज़ अलबेला
मौसम का मिजाज़ अलबेला
Buddha Prakash
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*भूमिका (श्री सुंदरलाल जी: लघु महाकाव्य)*
*भूमिका (श्री सुंदरलाल जी: लघु महाकाव्य)*
Ravi Prakash
*
*"हरियाली तीज"*
Shashi kala vyas
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
Krishan Singh
मैं विवेक शून्य हूँ
मैं विवेक शून्य हूँ
संजय कुमार संजू
भावी युद्ध ...
भावी युद्ध ...
SURYA PRAKASH SHARMA
पलकों में शबाब रखता हूँ।
पलकों में शबाब रखता हूँ।
sushil sarna
मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ
मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ
gurudeenverma198
" हय गए बचुआ फेल "-हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मन की संवेदना
मन की संवेदना
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
A beautiful space
A beautiful space
Shweta Soni
Loading...