Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2016 · 1 min read

मदहोश हैं तेरी बातों में बेहोश हम नहीं!

वक़्त थम सा गया साँसों से बेचैनी चुराकर.,
तेरी आँखों में खोकर जिंदगी को होश अब नहीं

करतें हैं कोशिश गुजर जाने की लम्हे,
मदहोश हैं तेरी बातों में बेहोश हम नहीं!

1 Like · 1 Comment · 407 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Yashvardhan Goel
View all
You may also like:
🌺प्रेम की राह पर-58🌺
🌺प्रेम की राह पर-58🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
Kumar lalit
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
तानाशाही सरकार
तानाशाही सरकार
Shekhar Chandra Mitra
प्रेम कथा
प्रेम कथा
Shiva Awasthi
आखिर तुम खुश क्यों हो
आखिर तुम खुश क्यों हो
Krishan Singh
मुर्गासन,
मुर्गासन,
Satish Srijan
भूल जाने की क्या
भूल जाने की क्या
Dr fauzia Naseem shad
समय की चाल समझ मेरे भाय ?
समय की चाल समझ मेरे भाय ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
क्या तुम आजादी के नाम से, कुछ भी कर सकते हो
क्या तुम आजादी के नाम से, कुछ भी कर सकते हो
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हम तुमसे जब मिल नहीं पाते
हम तुमसे जब मिल नहीं पाते
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ये जो नखरें हमारी ज़िंदगी करने लगीं हैं..!
ये जो नखरें हमारी ज़िंदगी करने लगीं हैं..!
Hitanshu singh
कवि
कवि
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*जन्म या बचपन में दाई मां या दाया,या माता पिता की छत्र छाया
*जन्म या बचपन में दाई मां या दाया,या माता पिता की छत्र छाया
Shashi kala vyas
तिरंगा जान से प्यारा
तिरंगा जान से प्यारा
Dr. Sunita Singh
बेफिक्री की उम्र बचपन
बेफिक्री की उम्र बचपन
Dr Parveen Thakur
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
कवि दीपक बवेजा
*चली सुकुमारी खोई (कुंडलिया)*
*चली सुकुमारी खोई (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
Dr MusafiR BaithA
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
लड्डु शादी का खायके, अनिल कैसे खुशी बनाये।
लड्डु शादी का खायके, अनिल कैसे खुशी बनाये।
Anil chobisa
सर्दी
सर्दी
Vandana Namdev
बटेसर
बटेसर
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
कसरत करते जाओ
कसरत करते जाओ
Harish Chandra Pande
■ साल की समीक्षा
■ साल की समीक्षा
*Author प्रणय प्रभात*
हायकु
हायकु
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
हम जनमदिन को कुछ यूँ मनाने लगे
हम जनमदिन को कुछ यूँ मनाने लगे
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
✍️दोगले चेहरे ✍️
✍️दोगले चेहरे ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
(9) डूब आया मैं लहरों में !
(9) डूब आया मैं लहरों में !
Kishore Nigam
Loading...