Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2016 · 1 min read

मगर वो लोग अभी तक आपने देखे नहीं होंगे

ज़मीं पर जब कहीं भी लोग दिल वाले नहीं होंगे
फ़लक पर चाँद सूरज कहकशाँ तारे नहीं होंगे
………………
बताऊँ मैं तुम्हें क्यूँ आज कल ग़ज़लें नहीं होतीं
दिलों में फूल होंगे पाँव में कांटे नही होंगे
……………..
किसी से दिल लगा कर इस क़दर तुम मुस्कुराते हो
ये कैसे मान बैठे हो कि अब चर्चे नहीं होंगे
……………..
वही जिनको मेरे दिल के समन्दर से गुज़रना है
वो सपने झील सी आँखों में तो उतरे नहीं होंगे
………………
जिन्हें बस देखते ही प्यार हो जाता है सालिब जी
मगर वो लोग अभी तक आपने देखे नहीं होंगे

2 Comments · 473 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मेरी शायरी की छांव में
मेरी शायरी की छांव में
शेखर सिंह
प्रेम दिवानी
प्रेम दिवानी
Pratibha Pandey
बुझे अलाव की
बुझे अलाव की
Atul "Krishn"
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं  कमियो
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं कमियो
Ragini Kumari
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
Ravi Prakash
आदिशक्ति वन्दन
आदिशक्ति वन्दन
Mohan Pandey
हिन्दी माई
हिन्दी माई
Sadanand Kumar
त्यागने से जागने की ओर - रविकेश झा
त्यागने से जागने की ओर - रविकेश झा
Ravikesh Jha
प्रारब्ध का सत्य
प्रारब्ध का सत्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"गारा"
Dr. Kishan tandon kranti
योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे
योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे
goutam shaw
ख्वाब टूट जाते हैं
ख्वाब टूट जाते हैं
VINOD CHAUHAN
त
*प्रणय*
लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
Abhishek Soni
आज़ाद ग़ज़ल
आज़ाद ग़ज़ल
Ahtesham Ahmad
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
Neeraj Agarwal
4467.*पूर्णिका*
4467.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
SURYA PRAKASH SHARMA
कान्हा
कान्हा
Kanchan Alok Malu
రామ భజే శ్రీ కృష్ణ భజే
రామ భజే శ్రీ కృష్ణ భజే
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चलना हमारा काम है
चलना हमारा काम है
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
परिचय
परिचय
Manoj Shrivastava
रोटी
रोटी
लक्ष्मी सिंह
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
डॉ. दीपक मेवाती
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
सत्य कुमार प्रेमी
#Dr Arun Kumar shastri
#Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Dear Moon.......
Dear Moon.......
R. H. SRIDEVI
18)”योद्धा”
18)”योद्धा”
Sapna Arora
किस बात का गुमान है
किस बात का गुमान है
भरत कुमार सोलंकी
Loading...