Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2024 · 1 min read

“मंजिलें”

“मंजिलें”
मंजिलें तो दर्द देती हैं
रास्ते पे ऐतबार करो,
जब हौसला पश्त होने लगे
कोई दूसरा तैयार करो।

3 Likes · 4 Comments · 109 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
तू ठहर जा मेरे पास, सिर्फ आज की रात
तू ठहर जा मेरे पास, सिर्फ आज की रात
gurudeenverma198
विश्व पर्यावरण दिवस
विश्व पर्यावरण दिवस
Surinder blackpen
चाहतें हैं
चाहतें हैं
surenderpal vaidya
एंजॉय करने में हर मोमेंट को कोई कंजूसी नही करनी चाहिए,
एंजॉय करने में हर मोमेंट को कोई कंजूसी नही करनी चाहिए,
पूर्वार्थ
रिश्तों की डोर
रिश्तों की डोर
मनोज कर्ण
क्या जलाएगी मुझे यह, राख झरती ठाँव मधुरे !
क्या जलाएगी मुझे यह, राख झरती ठाँव मधुरे !
Ashok deep
जीवन का अभाव लिखती है
जीवन का अभाव लिखती है
नूरफातिमा खातून नूरी
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
मेरे जैसे तमाम
मेरे जैसे तमाम "fools" को "अप्रैल फूल" मुबारक।
*प्रणय प्रभात*
*खेल खिलौने*
*खेल खिलौने*
Dushyant Kumar
आह और वाह
आह और वाह
ओनिका सेतिया 'अनु '
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
कवि रमेशराज
भारत को निपुण बनाओ
भारत को निपुण बनाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
नवरात्र में अम्बे मां
नवरात्र में अम्बे मां
Anamika Tiwari 'annpurna '
!! पर्यावरण !!
!! पर्यावरण !!
Chunnu Lal Gupta
बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस।
बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस।
Suryakant Dwivedi
3369⚘ *पूर्णिका* ⚘
3369⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
जिनके बिन घर सूना सूना दिखता है।
जिनके बिन घर सूना सूना दिखता है।
सत्य कुमार प्रेमी
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
कोई आपसे तब तक ईर्ष्या नहीं कर सकता है जब तक वो आपसे परिचित
Rj Anand Prajapati
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU SHARMA
*इक क़ता*,,
*इक क़ता*,,
Neelofar Khan
सब बिकाऊ है
सब बिकाऊ है
Dr Mukesh 'Aseemit'
अधूरी तमन्ना (कविता)
अधूरी तमन्ना (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
हर एक भाषण में दलीलें लाखों होती है
हर एक भाषण में दलीलें लाखों होती है
कवि दीपक बवेजा
ख्वाबों को आसमां कि रहमत रहें,
ख्वाबों को आसमां कि रहमत रहें,
manjula chauhan
दिल तो है बस नाम का ,सब-कुछ करे दिमाग।
दिल तो है बस नाम का ,सब-कुछ करे दिमाग।
Manoj Mahato
*भैया घोड़ा बहन सवार (बाल कविता)*
*भैया घोड़ा बहन सवार (बाल कविता)*
Ravi Prakash
माँ
माँ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
The destination
The destination
Bidyadhar Mantry
Loading...