Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Aug 2021 · 1 min read

मंंजिल पे आके

मंजिल पे आके मंजिल से दूर हो गये
अरमान सारे दिल के चूर-चूर हो गये
पत्थरों से टकराने का माद्दा रखने वाले
इक फूल से झटके में चकनाचूर हो गये
चाहत थी कुछ करके यहाँ से जायेंगे मगर
कुछ न कर सके हाँ तमाशा जरुर हो गये
तूफांनो से लड़ हर हाल में मंजिल पाने वाले
वक्त के हाँथों किस कदर मजबूर हो गये
M.Tiwari”Ayen”

2 Likes · 2 Comments · 309 Views

Books from Mahesh Tiwari 'Ayen'

You may also like:
Advice
Advice
Shyam Sundar Subramanian
संविधान को लागू करने की ज़िम्मेदारी
संविधान को लागू करने की ज़िम्मेदारी
Shekhar Chandra Mitra
जैसी करनी वैसी भरनी
जैसी करनी वैसी भरनी
Ashish Kumar
आओ नमन करे
आओ नमन करे
Dr. Girish Chandra Agarwal
!! समय का महत्व !!
!! समय का महत्व !!
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
"रावण की पुकार"
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
"पते की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
दया करो भगवान
दया करो भगवान
Buddha Prakash
दीपावली २०२२ की हार्दिक शुभकामनाएं
दीपावली २०२२ की हार्दिक शुभकामनाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हालात पर फ़तह की तैयारी कीजिए।
हालात पर फ़तह की तैयारी कीजिए।
Ashwini sharma
✍️इश्तिराक
✍️इश्तिराक
'अशांत' शेखर
लक्ष्मीबाई - सी बनो (कुंडलिया )
लक्ष्मीबाई - सी बनो (कुंडलिया )
Ravi Prakash
न हो आश्रित कभी नर पर, इसी में श्रेय नारी का।
न हो आश्रित कभी नर पर, इसी में श्रेय नारी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
तेरे नाम की
तेरे नाम की
Dr fauzia Naseem shad
प्रेम की परिभाषा
प्रेम की परिभाषा
Shivkumar Bilagrami
चांद का झूला
चांद का झूला
Surinder blackpen
अतिथि तुम कब जाओगे
अतिथि तुम कब जाओगे
Gouri tiwari
बोलो बोलो,हर हर महादेव बोलो
बोलो बोलो,हर हर महादेव बोलो
gurudeenverma198
प्रेम में सब कुछ सहज है
प्रेम में सब कुछ सहज है
Ranjana Verma
साधारण दिखो!
साधारण दिखो!
Suraj kushwaha
💐प्रेम कौतुक-210💐
💐प्रेम कौतुक-210💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नववर्ष 2023
नववर्ष 2023
Vindhya Prakash Mishra
उसकी आँखों के दर्द ने मुझे, अपने अतीत का अक्स दिखाया है।
उसकी आँखों के दर्द ने मुझे, अपने अतीत का अक्स...
Manisha Manjari
जोकर vs कठपुतली ~03
जोकर vs कठपुतली ~03
bhandari lokesh
सुबह सुहानी आपकी, बने शाम रंगीन।
सुबह सुहानी आपकी, बने शाम रंगीन।
आर.एस. 'प्रीतम'
अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए
अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए
कवि दीपक बवेजा
एकलव्य:महाभारत का महाउपेक्षित महायोद्धा
एकलव्य:महाभारत का महाउपेक्षित महायोद्धा
AJAY AMITABH SUMAN
राम
राम
umesh mehra
😊ख़ुद के हवाले से....
😊ख़ुद के हवाले से....
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...