Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2023 · 1 min read

भ्राता हो तुझ सा बलराम…

भ्राता हो तुझ सा बलराम…
~~°~~°~~°
सप्तमपुत्र देवकी नंदन ,
रोहिणी सुत बल असुरनिकंदन ।
सुभद्रा कृष्ण संग बसे पूरी धाम ,
भ्राता हो तुझ सा बलराम ।

शेषावतार कहें या संकर्षण ,
पृथ्वी का तुम हो आकर्षण ।
दाऊ हो तुम नयनाभिराम ,
भ्राता हो तुझ सा बलराम ।

जगत प्रतिपालक के अग्रज हो तुम ,
त्रेता में अनुज लक्षमण बन गए।
द्वापर में अग्रज घनश्याम ,
भ्राता हो तुझ सा बलराम ।

नारायण के अष्टम अवतार ,
शेषनाग पर ही भू विस्तार ।
हलधर तेरे विविध आयाम ,
करते हैं तुझको शत् शत् प्रणाम ।

भ्राता हो तुझ सा बलराम…

मौलिक एवं स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )
तिथि – ०३ /०१/२०२३
पौष,शुक्ल पक्ष,द्वादशी, मंगलवार
विक्रम संवत २०७९
मोबाइल न. – 8757227201
ई-मेल – mk65ktr@gmail.com

3 Likes · 320 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रेम
प्रेम
पंकज कुमार कर्ण
याद आते हैं वो
याद आते हैं वो
रोहताश वर्मा मुसाफिर
There is no shortcut through the forest of life if there is
There is no shortcut through the forest of life if there is
सतीश पाण्डेय
जिंदगी के वास्ते
जिंदगी के वास्ते
Surinder blackpen
परछाई
परछाई
Dr. Rajiv
हे राम हृदय में आ जाओ
हे राम हृदय में आ जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अच्छा लगने लगा है !!
अच्छा लगने लगा है !!
गुप्तरत्न
प्रेममे जे गम्भीर रहै छैप्राय: खेल ओेकरे साथ खेल खेलाएल जाइ
प्रेममे जे गम्भीर रहै छैप्राय: खेल ओेकरे साथ खेल खेलाएल जाइ
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
मां के आंचल में
मां के आंचल में
Satish Srijan
आप अपने मन को नियंत्रित करना सीख जाइए,
आप अपने मन को नियंत्रित करना सीख जाइए,
Mukul Koushik
जिंदगी की पहेली
जिंदगी की पहेली
RAKESH RAKESH
अंतर्जाल यात्रा
अंतर्जाल यात्रा
Dr. Sunita Singh
ताकि वो शान्ति से जी सके
ताकि वो शान्ति से जी सके
gurudeenverma198
We can not judge in our life ,
We can not judge in our life ,
Sakshi Tripathi
परोपकारी धर्म
परोपकारी धर्म
Shekhar Chandra Mitra
कलमी आजादी
कलमी आजादी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मैं उसी पल मर जाऊंगा ,
मैं उसी पल मर जाऊंगा ,
श्याम सिंह बिष्ट
चाय और गपशप
चाय और गपशप
Seema gupta,Alwar
इंसानियत की
इंसानियत की
Dr fauzia Naseem shad
मुक्तक।
मुक्तक।
Pankaj sharma Tarun
मां
मां
Manu Vashistha
एक अजब सा सन्नाटा है
एक अजब सा सन्नाटा है
लक्ष्मी सिंह
सॉप और इंसान
सॉप और इंसान
Prakash Chandra
*राजा गए रानी गई (हिंदी गजल/गीतिका )*
*राजा गए रानी गई (हिंदी गजल/गीतिका )*
Ravi Prakash
चंदा तुम मेरे घर आना
चंदा तुम मेरे घर आना
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
👸कोई हंस रहा, तो कोई रो रहा है💏
👸कोई हंस रहा, तो कोई रो रहा है💏
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
"मन"
Dr. Kishan tandon kranti
भ्रम का जाल
भ्रम का जाल
नन्दलाल सुथार "राही"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
■ चौराहे पर जीवन
■ चौराहे पर जीवन
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...