Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2016 · 1 min read

भोर के पल ढूंढा करता हूँ……..

गीतिका

काली कजराई रातों में भोर के पल ढूँढा करता हूँ,
आँखों की सूखी झीलों में नीलकमल ढूँढा करता हूँ |

बंजारों सा जीवन जीकर ठौर -ठिकाने भूले जब,
सुधियों की गठरी में अपने बिसरे पल ढूँढा करता हूँ |

जर्जर होकर रिश्ते नाते खंडहर से आभासित होते,
संबंधों का तर्पण करने गंगाजल ढूँढा करता हूँ |

शीतल छाँव दिया करता, मैं जिसको थामे चलता था,
जीवन मेले में छूटा माँ का आँचल ढूँढा करता हूँ |

अभिलाषा ने स्वप्न संजोये नयनों में बसने की चाहत,
नेह निमंत्रण देती आँखों में काजल ढूँढा करता हूँ |

जीवन के मरुथल में जो अब सरस्वती सी लुप्त हुई,
सूखे अधरों पर मुस्कानें, मैं निश्छल ढूँढा करता हूँ |

नाभि सुवासित कस्तुरीमृग फिरे “आरसी” जंगल-जंगल,
मन की जहाँ कुमुदिनी खिलती वो दलदल ढूँढा करता हूँ |

-आर. सी. शर्मा “आरसी”

2 Comments · 705 Views

You may also like these posts

आओ अच्छाई अपनाकर
आओ अच्छाई अपनाकर
महेश चन्द्र त्रिपाठी
यहां लोग-बाग अपने
यहां लोग-बाग अपने "नॉटिफिकेशन" तक तो देखते नहीं। औरों की पोस
*प्रणय*
मैं मासूम
मैं मासूम "परिंदा" हूँ..!!
पंकज परिंदा
शिक्षा
शिक्षा
Shashi Mahajan
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चुनाव
चुनाव
Lakhan Yadav
वक्त के  आगे जीव की,
वक्त के आगे जीव की,
sushil sarna
यक्षिणी-19
यक्षिणी-19
Dr MusafiR BaithA
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
शेखर सिंह
('गीता जयंती महोत्सव' के उपलक्ष्य में) क्या श्रीमद्भगवद्गीता में सभी समस्याओं का समाधान मौजूद है? (On the occasion of 'Gita Jayanti Mahotsav') Is there a solution to all the problems in Shrimadbhagvadgita?
('गीता जयंती महोत्सव' के उपलक्ष्य में) क्या श्रीमद्भगवद्गीता में सभी समस्याओं का समाधान मौजूद है? (On the occasion of 'Gita Jayanti Mahotsav') Is there a solution to all the problems in Shrimadbhagvadgita?
Acharya Shilak Ram
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
गुलाब
गुलाब
Shutisha Rajput
" पुराने साल की बिदाई "
DrLakshman Jha Parimal
प्रीति नवेली
प्रीति नवेली
Rambali Mishra
मनुख
मनुख
श्रीहर्ष आचार्य
कोशिश ना कर
कोशिश ना कर
Deepali Kalra
चली आना
चली आना
Shekhar Chandra Mitra
मैंने उस नद्दी की किस्मत में समंदर लिख दिया
मैंने उस नद्दी की किस्मत में समंदर लिख दिया
Nazir Nazar
जब चांदनी रातों मे
जब चांदनी रातों मे
कार्तिक नितिन शर्मा
मत छेड़ हमें देशभक्ति में हम डूबे है।
मत छेड़ हमें देशभक्ति में हम डूबे है।
Rj Anand Prajapati
नया साल
नया साल
'अशांत' शेखर
आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव
आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव
नूरफातिमा खातून नूरी
Dear me
Dear me
पूर्वार्थ
*खीलों से पूजन हुआ, दीपावली विशेष (कुंडलिया)*
*खीलों से पूजन हुआ, दीपावली विशेष (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"शब्दों की सार्थकता"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनने की कला आपको स्वयं तक पहुंचा सकता है।
सुनने की कला आपको स्वयं तक पहुंचा सकता है।
Ravikesh Jha
मंजिल-ए-मोहब्बत
मंजिल-ए-मोहब्बत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
माँ
माँ
Dinesh Kumar Gangwar
3577.💐 *पूर्णिका* 💐
3577.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...